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गर्भाधान संस्कार मुहूर्त मार्च 2025

Feb 17 2025

Garbhadhan Muhurat 2025: मार्च 2025 में बना रहे हैं गर्भाधान संस्कार की योजना? यहां जानें शुभ मुहूर्त और नक्षत्र


गर्भाधान संस्कार एक महत्वपूर्ण हिन्दू संस्कार है, जो एक सौभाग्यशाली और गुणवान संतान की प्राप्ति के लिए किया जाता है। यह संस्कार हिन्दू शास्त्रों में वर्णित सोलह महत्वपूर्ण संस्कारों में प्रथम स्थान पर आता है और गर्भ-धारण के लिए शुभ समय पर किया जाता है। इस संस्कार का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि गर्भाधान एक आकस्मिक क्रिया न हो, बल्कि एक पूर्व नियोजित शुभ कार्य हो, जिसे धार्मिक शुद्धता के साथ संपन्न किया जाए।


गर्भाधान संस्कार का मुख्य उद्देश्य यह है कि पति-पत्नी का मिलन एक गुणवान और सौभाग्यशाली संतान प्राप्त करने के उद्देश्य से हो। यह संस्कार दोनों के लिए एक पवित्र और महत्वपूर्ण अनुष्ठान है, जो उन्हें एक-दूसरे के साथ जुड़ने और एक सुंदर तथा स्वस्थ संतान को जन्म देने के लिए प्रेरित करता है। इस संस्कार के माध्यम से पति-पत्नी एक-दूसरे के प्रति अपनी प्रतिबद्धता और समर्पण प्रकट करते हैं तथा एक सुखी और समृद्ध परिवार की नींव रखते हैं। आइए, इस लेख में जानते हैं कि मार्च 2025 में गर्भाधान संस्कार के लिए शुभ मुहूर्त कौन-से हैं।



गर्भाधान संस्कार के शुभ मुहूर्त (मार्च 2025)


3 मार्च 2025


  • प्रारंभ: 06:02 PM (मार्च 3), अश्विनी नक्षत्र
  • समाप्त: 07:08 PM (मार्च 3), अश्विनी नक्षत्र

(अन्य मुहूर्त इसी प्रकार सूचीबद्ध रहेंगे)



गर्भाधान के लिए शुभ तिथियां


गर्भाधान के लिए कुछ विशेष तिथियां होती हैं, जिन्हें शुभ माना जाता है। इन तिथियों में गर्भाधान करने से स्वस्थ और गुणवान संतान प्राप्त होती है।


शुक्ल पक्ष:


  • प्रतिपदा (1)
  • द्वितीया (2)
  • तृतीया (3)
  • पंचमी (5)
  • सप्तमी (7)
  • दशमी (10)
  • द्वादशी (12)
  • त्रयोदशी (13)


कृष्ण पक्ष:


  • प्रतिपदा (16)
  • द्वितीया (17)
  • तृतीया (18)
  • पंचमी (20)
  • सप्तमी (22)
  • दशमी (25)
  • द्वादशी (27)
  • त्रयोदशी (28)



गर्भाधान के लिए शुभ दिन


गर्भाधान के लिए कुछ विशेष दिन शुभ माने जाते हैं। इन दिनों में गर्भाधान करने से स्वस्थ और गुणवान संतान प्राप्त होती है।


  • सोमवार: चंद्रमा का दिन, जो भावनाओं और संबंधों को मजबूत बनाता है।
  • बुधवार: बुध का दिन, जो बुद्धि और ज्ञान को बढ़ावा देता है।
  • गुरुवार: बृहस्पति का दिन, जो ज्ञान और समृद्धि को बढ़ावा देता है।
  • शुक्रवार: शुक्र का दिन, जो प्रेम और सौंदर्य को बढ़ावा देता है।



गर्भाधान के लिए शुभ नक्षत्र


गर्भाधान के लिए कुछ विशेष नक्षत्र शुभ माने जाते हैं। इन नक्षत्रों में गर्भाधान करने से स्वस्थ और गुणवान संतान प्राप्त होती है।


 स्थिर नक्षत्र:


  • रोहिणी (4)
  • उत्तराफाल्गुनी (12)
  • उत्तराषाढ़ा (21)
  • उत्तर भाद्रपद (26)


चल नक्षत्र:


  • स्वाती (15)
  • श्रवण (22)
  • धनिष्ठा (23)
  • शतभिषा (24)


 सौम्य और मैत्रीपूर्ण नक्षत्र:


  • मृगशिरा (5)
  • अनुराधा (17)


लघु नक्षत्र:


  • हस्त (13)


इन नक्षत्रों में गर्भाधान करने से आपको एक स्वस्थ और गुणवान संतान की प्राप्ति होती है।


डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।