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चंद्र ग्रहण 2025 में कब-कब लगेंगे

Dec 26 2024

Chandra Grahan 2025 : 2025 में कब और कितने चंद्र ग्रहण लगेंगे? जानें इसका धार्मिक महत्व 


साल 2025 में कुल 2 चंद्र ग्रहण लगेंगे। लेकिन यह दोनों ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देंगे इसलिए इसका कोई धार्मिक प्रभाव नहीं माना जाएगा। साथ ही इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा। 


सनातन धर्म में सूर्य और चंद्र ग्रहण का विशेष महत्व है, जो हमारे जीवन में महत्वपूर्ण परिवर्तन लाने की शक्ति रखते हैं। चंद्र ग्रहण, जो पूर्णिमा तिथि पर लगता है। यह एक ऐसी घटना है जिसमें मायावी ग्रह राहु का प्रभाव पृथ्वी लोक पर बढ़ जाता है। चंद्र ग्रहण के दौरान ज्योतिष शास्त्र में शुभ कार्य करने की मनाही है और खानपान भी वर्जित है। इसकी अनदेखी करने से शारीरिक एवं मानसिक सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। इसलिए ग्रहण के समय शास्त्र नियमों का पालन अवश्य करना चाहिए। आइए साल 2025 में लगने वाले चंद्र ग्रहण के बारे में विस्तार से जानते हैं। साथ ही जानेंगे इस ग्रहण का धार्मिक महत्व के बारे में। 


साल 2025 में कितने चंद्र ग्रहण लगेंगे? 


साल 2025 में कुल 2 चंद्र ग्रहण लगेंगे। लेकिन यह दोनों ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देंगे इसलिए इसका कोई धार्मिक प्रभाव नहीं माना जाएगा। साथ ही इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा। 



साल 2025 का पहला चंद्र ग्रहण कब लगेगा? 


साल 2025 का पहला चंद्र ग्रहण फाल्गुन महीने की पूर्णिमा तिथि पर लगेगा। यह दिन होली का भी है जो हर साल फाल्गुन पूर्णिमा पर मनाया जाता है। इस शुभ अवसर पर लोग एक दूसरे को रंग-गुलाल लगाकर होली की शुभकामना देते हैं और एक दूसरे के घर पर जाकर मिठाई खाते हैं। हालांकि इस शुभ तिथि पर लगने वाला चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। इसके कारण ग्रहण का प्रभाव नहीं पड़ेगा और सूतक भी मान्य नहीं होगा। 


ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रहण दिखने पर ही सूतक मान्य होता है। चंद्र ग्रहण 14 मार्च को भारतीय समयानुसार प्रातः काल 09 बजकर 29 मिनट से लेकर दोपहर 03 बजकर 29 मिनट तक रहेगा। इस दौरान शास्त्र नियमों का पालन करना आवश्यक है। 



साल 2025 का दूसरा चंद्र ग्रहण कब लगेगा? 


पंचांग के अनुसार, साल  2025 का दूसरा चंद्र ग्रहण भाद्रपद पूर्णिमा पर लगेगा। यह पूर्णिमा 07 सितंबर को होगी लेकिन भारत में यह चंद्र ग्रहण दिखाई नहीं देगा। इसके कारण ग्रहण का प्रभाव नहीं पड़ेगा और सूतक भी मान्य नहीं होगा। चंद्र ग्रहण 07 सितंबर को रात 08 बजकर 59 मिनट से लेकर देर रात 02 बजकर 24 मिनट तक रहेगा। 


इस दौरान शास्त्र नियमों का पालन करना आवश्यक है। साथ ही चंद्र ग्रहण के बाद दान करना भी महत्वपूर्ण है जो हमारे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करने में मदद करता है। भाद्रपद पूर्णिमा 07 सितंबर को देर रात 01 बजकर 41 मिनट पर शुरू होगी और 07 सितंबर को देर रात 11 बजकर 38 मिनट पर समाप्त होगी।



चंद्र ग्रहण का धार्मिक महत्व 


चंद्र ग्रहण का धार्मिक महत्व हिंदू धर्म में बहुत अधिक है। यह एक महत्वपूर्ण घटना मानी जाती है जो हमारे जीवन में महत्वपूर्ण परिवर्तन लाने की शक्ति रखती है। चंद्र ग्रहण के दौरान लोग विशेष पूजा-पाठ और अनुष्ठान करते हैं ताकि वे इस घटना की शक्ति को अपने जीवन में आकर्षित कर सकें। यह एक समय होता है जब लोग अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए प्रार्थना करते हैं और अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए प्रयास करते हैं।



चंद्र ग्रहण के दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है-


  • ग्रहण के दौरान पूजा-पाठ और अनुष्ठान करना चाहिए।
  • ग्रहण के दौरान दान करना चाहिए।
  • ग्रहण के दौरान शास्त्र नियमों का पालन करना चाहिए।
  • ग्रहण के दौरान विशेष ध्यान और प्रार्थना करनी चाहिए।

डिसक्लेमर

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