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प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन शुरू हो चुका है। यह दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक समागम है, जहां देश ही नहीं, बल्कि दुनिया भर से लाखों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। 13 जनवरी, 2025 से शुरू हुआ यह महाकुंभ 26 फरवरी, 2025 तक चलेगा।
लगभग 45 दिनों तक चलने वाले इस महाकुंभ में 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। प्रयागराज के महाकुंभ के बाद कई लोगों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि अगला कुंभ मेला कहां और कब लगेगा? आपको बता दें, कुंभ मेला एक चक्रवर्ती मेला है जो भारत के चार प्रमुख तीर्थस्थलों - प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन और नासिक में आयोजित किया जाता है। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में विस्तार से जानते हैं कि अब अगला कुंभ कब और कहां लगेगा?
कुंभ मेला, हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो हर 12 साल में चार पवित्र नदियों के संगम पर आयोजित किया जाता है। लेकिन, कुंभ मेले के भी कई प्रकार हैं।
प्रयागराज में चल रहा महाकुंभ 12 साल में एक बार आयोजित होता है। अगला कुंभ मेला 2027 में महाराष्ट्र के नासिक में आयोजित होने वाला है। यह कुंभ मेला 17 अगस्त, 2027 को मंगलवार को श्रावण महीने के अंतिम दिन, श्रावण पूर्णिमा को शुरू होगा। यह कुंभ मेला पूरे एक महीने तक चलेगा। कुंभ मेले की शुरुआत रक्षाबंधन के पवित्र त्योहार से होगी और इस दौरान श्रद्धालु गोदावरी नदी में डुबकी लगाएंगे। नासिक भारत के महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों में से एक है और यहां प्रसिद्ध त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग भी स्थित है।
नासिक के बाद अगला वार्षिक कुंभ मेला 2028 में उज्जैन में आयोजित होने जा रहा है। यह धार्मिक आयोजन हिंदू धर्म के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है और लाखों श्रद्धालु इसमें भाग लेते हैं। उज्जैन कुंभ की शुरुआत चैत्र मास की पूर्णिमा से होने की संभावना है, जो कि 9 अप्रैल, 2028 के आसपास पड़ सकती है। यह मेला वैशाख मास की पूर्णिमा तक चलेगा। इस दौरान देश-विदेश से आए श्रद्धालु पवित्र क्षिप्रा नदी में डुबकी लगाकर पापमुक्ति का लाभ उठाते हैं। उज्जैन कुंभ का विशेष महत्व इसलिए है क्योंकि क्षिप्रा नदी के रामघाट पर स्नान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। मान्यता है कि यहां स्नान करने से सभी पाप धुल जाते हैं और मनोकामनाएं पूरी होती हैं। उज्जैन में महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग और हरसिद्धि शक्तिपीठ जैसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल भी स्थित हैं। इसलिए, कुंभ के दौरान यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है।
प्रयागराज, नासिक और उज्जैन के बाद अब कुंभ मेले की बारी हरिद्वार की है। वर्ष 2033 में, हरिद्वार में एक पूर्ण कुंभ मेले का आयोजन किया जाएगा। यह धार्मिक आयोजन 14 अप्रैल, 2033 से शुरू होकर 15 मई, 2033 तक चलेगा। इस एक महीने के दौरान, लाखों श्रद्धालु पवित्र गंगा नदी में डुबकी लगाकर पुण्य अर्जित करेंगे। हरिद्वार में होने वाला यह कुंभ मेला पूर्ण कुंभ के रूप में मनाया जाएगा, जो कि हिंदू धर्म का सबसे बड़ा धार्मिक मेला है।
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