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7 March 2025 Panchang (7 मार्च 2025 का पंचांग)

Mar 05 2025

Aaj Ka Panchang: आज 7 मार्च  2025 का शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, आज की तिथि और ग्रह


Aaj Ka Panchang 07 March 2025: पंचांग के अनुसार फाल्गुना माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि है। वहीं आज शुक्रवार का दिन है। इस तिथि पर म्रृगशीर्षा नक्षत्र और प्रीति योग का संयोग बन रहा है। वहीं चंद्रमा मिथुन राशि में संचार कर रहे हैं और सूर्य कुंभ राशि में मौजूद हैं। आपको बता दें, आज शुक्रवार के दिन अभिजीत मुहूर्त का योग दोपहर 12 बजकर 14 मिनट से लेकर दोपहर 01 बजकर 02 मिनट तक है। इस दिन राहुकाल सुबह 11 बजकर 10 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 37 मिनट तक है। आज तिथि के हिसाब से आप शुक्रवार का व्रत रख सकते हैं। इस दिन माता लक्ष्मी की पूजा विधिवत रूप से करें। वहीं आज मासिक दुर्गाष्टमी व्रत भी रखा जा रहा है। यह व्रत मां दुर्गा को समर्पित है और इसी दिन से होलाष्टक भी आरंभ हो रहा है। होलाष्टक के आठ दिनों तक कोई भी शुभ काम करने की मनाही होती है। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज शुक्रवार के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से भाग्योदय हो सकता है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है और आज के दिन किन मंत्रों का जाप करने से लाभ हो सकता है। 



आज का पंचांग 07 मार्च 2025


  • तिथि - फाल्गुन माह की अष्टमी तिथि
  • नक्षत्र - म्रृगशीर्षा नक्षत्र
  • दिन/वार - शुक्रवार
  • योग - प्रीति योग
  • करण - बव और बालव



सूर्य-चंद्र गोचर 07 मार्च  2025


7 मार्च 2025 को चंद्रमा का गोचर मिथुन राशि में होगा। मिथुन राशि में चंद्रमा का गोचर कुछ राशियों के लिए शुभ तो कुछ के लिए अशुभ हो सकता है। किन राशियों को लाभ हो सकता है। इसके बारे में पढ़ें। 

मिथुन राशि - इस राशि के जातकों के लिए चंद्रमा का यह गोचर सफलता के द्वार खोलने वाला हो सकता है। छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता मिल सकती है। स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है। सभी क्षेत्रों में लाभ होने की संभावना है। पारिवारिक जीवन में सुख शांति बनी रहेगी।

कन्या राशि - इस राशि के जातकों को भी इस गोचर से लाभ होने की संभावना है। आर्थिक लाभ हो सकता है। कार्य क्षेत्र में सफलता मिलने की संभावना है।



सूर्य और चंद्रमा का समय


  • सूर्योदय - सुबह 06 बजकर 46 मिनट से लेकर
  • सूर्यास्त - शाम 06 बजकर 26 मिनट तक
  • चंद्रोदय - 07 मार्च को सुबह 12 बजकर 07 मिनट से लेकर
  • चंद्रास्त - 08 मार्च को देर रात 02 बजकर 28 मिनट तक



आज का शुभ मुहूर्त और योग 07 मार्च 2025


  • सर्वार्थ सिद्धि योग - सुबह 01 बजकर 08 मिनट से लेकर अगले दिन सुबह 06 बजकर 47 मिनट तक। 
  • ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 05 बजकर 13 मिनट से लेकर सुबह 06 बजकर 13  मिनट तक।
  • अमृत काल - दोपहर 2 बजकर 55 मिनट से लेकर शाम 04 बजकर 28 मिनट तक।
  • अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 12 बजकर 14 मिनट से लेकर दोपहर 01 बजकर 01 मिनट तक
  • विजय मुहूर्त -  दोपहर 02 बजकर 10  मिनट से लेकर  03 बजकर 03 मिनट तक।
  • गोधूलि मुहूर्त - शाम 07 बजकर 21 मिनट से लेकर शाम 07 बजकर 41 मिनट तक।
  • निशिता मुहूर्त - रात 11 बजकर 17 मिनट से लेकर रात 12 बजकर 09 मिनट तक।
  • संध्या मुहूर्त - शाम 6 बजकर 16 मिनट से लेकर शाम 7 बजकर 21 मिनट तक।



आज का अशुभ मुहूर्त 07 मार्च 2025


  • राहु काल - सुबह 11 बजकर 10 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 37 मिनट तक
  • गुलिक काल - सुबह 08 बजकर 14 मिनट से लेकर सुबह 09 बजकर 42 मिनट तक
  • यमगंड -  दोपहर 0 बजकर 33 मिनट से लेकर शाम 05 बजकर 01 मिनट तक।
  • दिशाशूल - पश्चिम दिशा, दिशाशूल में इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।
  • दुर्मुहूर्त  -  सुबह 09 बजकर 07 मिनट से लेकर सुबह 09 बजकर 54 मिनट तक।



पर्व और त्योहार  07 मार्च 2025


  • 07 मार्च 2025 व्रत - शुक्रवार व्रत, मासिक दुर्गाष्टमी व्रत और होलाष्टक आरंभ



आज का उपाय  07 मार्च 2025


07 मार्च को म्रृगशीर्षा नक्षत्र और प्रीति योग का दिव्य संयोग है। इस दिन चंद्रमा मिथुन राशि और सूर्य कुंभ राशि में गोचर करते हुए शुभ योग बना रहे हैं। आज शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी की पूजा करने से धन संबंधित समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है। साथ ही आज मासिक दुर्गाष्टमी का व्रत भी रखा जा रहा है। इस दिन मां दुर्गा की पूजा करें और दुर्गा सप्तशती का पाठ करें। इसके अलावा आज से ही होलाष्टक आरंभ हो रहा है। इस दौरान कोई भी शुभ करना वर्जित माना जाता है। 



07 मार्च 2025 आज के पंचांग का महत्व


आज म्रृगशीर्षा नक्षत्र है, जो कि बहुत ही शुभ नक्षत्र माना जाता है। फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि है। आज शुक्रवार का दिन है। आज माता लक्ष्मी की पूजा करें। यह दिन देवी दुर्गा को समर्पित है। इस दिन भक्त मां दुर्गा की कृपा पाने के लिए व्रत और पूजा करते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस दिन मां दुर्गा की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और घर में सुख-शांति बनी रहती है। आज होलाष्टक के आरंभ से कोई भी शुभ काम न करें। 


डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।