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27 April 2025 Panchang (27 अप्रैल 2025 का पंचांग)

Apr 21 2025

Aaj Ka Panchang: आज 27 अप्रैल 2025 का शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, आज की तिथि और ग्रह


Aaj Ka Panchang 27 April 2025: आज 27 अप्रैल 2025 वैशाख माह का पंद्रहवां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार वैशाख माह के कृष्ण पक्ष तिथि अमावस्या है, इसे दर्श अमावस्या और वैशाख अमावस्या भी कहा जाता है। आज रविवार का दिन है। इस तिथि पर प्रीति योग रहेगा। वहीं चंद्रमा मेष राशि में रहेंगे। आपको बता दें, आज रविवार के दिन अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 53 मिनट से दोपहर 12 बजकर 45 मिनट तक रहेगा। इस दिन राहुकाल शाम 05 बजकर 15 मिनट से शाम 06 बजकर 54 मिनट तक रहेगा। आज वार के हिसाब से आप रविवार का व्रत रख सकते हैं, जो सूर्य देव को समर्पित होता है। आज दर्श अमावस्या है, जिसे वैशाख अमावस्या भी कहा जाता है। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है। 


आज का पंचांग 27 अप्रैल 2025

  • तिथि - वैशाख कृष्ण पक्ष अमावस्या तिथि  
  • नक्षत्र - अश्विनी
  • दिन/वार - रविवार
  • योग - प्रीति
  • करण - चतुष्पाद और नाग 

वैशाख कृष्ण पक्ष अमावस्या तिथि प्रारंभ - 27 अप्रैल प्रात:काल 04:49 बजे 

वैशाख कृष्ण पक्ष अमावस्या तिथि समाप्त - 28 अप्रैल रात्रि 01 बजे 


सूर्य-चंद्र गोचर

  • सूर्य - मेष राशि में रहेंगे। 
  • चंद्र - चंद्रमा मेष राशि में रहेंगे। 


सूर्य और चंद्रमा का मुहूर्त

  • सूर्योदय - सुबह 5 बजकर 44 मिनट पर 
  • सूर्यास्त - शाम 6 बजकर 54 मिनट पर 
  • चन्द्रोदय - 28 अप्रैल प्रात:काल 05 बजकर 43 मिनट पर 
  • चन्द्रास्त - 28 अप्रैल शाम 06 बजकर 35 मिनट पर 


आज का शुभ मुहूर्त और योग 27 अप्रैल 2025


  • ब्रह्म मुहूर्त - प्रात:काल 04:17 बजे से सुबह 05:00 बजे तक।
  • अभिजीत मुहूर्त - सुबह 11:53 बजे से दोपहर 12:45 बजे तक। 
  • अमृत काल -  शाम 06:20 बजे से शाम 07:44 बजे तक।  
  • विजय मुहूर्त - दोपहर 02:31 बजे से दोपहर 03:23 बजे तक।
  • गोधूलि मुहूर्त - शाम 06:53 बजे से शाम 07:14 बजे तक।
  • संध्या मुहूर्त - शाम 06:54 बजे से शाम 07:59 बजे तक।
  • सर्वार्थ सिद्धि योग - प्रात:काल 05:44 बजे से 28 अप्रैल रात्रि 12:38 बजे तक। 

 

आज का अशुभ मुहूर्त 27 अप्रैल 2025

  • राहु काल - शाम 05:15 बजे से शाम 06:54 बजे तक। 
  • गुलिक काल - दोपहर 03:36 बजे से शाम 05:15 बजे तक। 
  • यमगंड -  दोपहर 12:19 बजे से दोपहर 01:58 बजे तक।
  • दिशाशूल - पश्चिम, इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।
  • आडल योग - शाम 07:19 बजे से 28 अप्रैल रात्रि 12:38 बजे तक। 
  • गण्ड मूल - प्रात:काल 05:44 बजे से 28 अप्रैल रात्रि 12:38 बजे तक। 


27 अप्रैल 2025 पर्व/त्योहार/व्रत

  • रविवार - आज आप रविवार का व्रत रख सकते हैं, जो सूर्य देव को समर्पित है। 
  • दर्श अमावस्या - हिन्दु कैलेंडर में अमावस्या एक महत्वपूर्ण दिन है, जो नये चन्द्रमा के दिन को दर्शाता है। इस दिन कई धार्मिक कृत्य किये जाते हैं, जैसे कि सोमवती अमावस्या जब अमावस्या सोमवार के दिन पड़ती है और शनि अमावस्या जब अमावस्या शनिवार के दिन पड़ती है। अमावस्या के दिन पूर्वजों की आत्मा की तृप्ति के लिए श्राद्ध की रस्में की जाती हैं और कालसर्प दोष निवारण की पूजा भी की जाती है। अमावस्या को अमावस या अमावसी के नाम से भी जाना जाता है। यह अमावस्या वैशाख माह में पड़ रही है, इसलिए इसे वैशाख अमावस्या भी कहा जाता है। 


आज का उपाय 27 अप्रैल 2025

27 अप्रैल को प्रीति योग बन रहा है। प्रीति को अधिकांश शुभ कार्यों के लिये श्रेष्ठ माना जाता है। इसीलिये यह शुभ मुहूर्त में स्वीकृत है। इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से आपको अपने जीवन में सफलता, समृद्धि, और सुख की प्राप्ति हो सकती है। आज के दिन दान-पुण्य करने से आपको पुण्य मिलेगा और आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आएंगे। 

  • रविवार के उपाय - रविवार के दिन कुछ विशेष उपाय करने से जीवन में सुख-समृद्धि और सफलता प्राप्त होती है। इस दिन सूर्य देव की पूजा करना शुभ माना जाता है। रविवार के दिन लाल वस्त्र धारण करने, लाल फूलों का अर्पण करने और गुड़ का दान करने से सूर्य देव की कृपा प्राप्त होती है। इसके अलावा इस दिन सूर्य मंत्र का जाप करने से भी लाभ होता है। रविवार के दिन व्रत और उपवास रखने से भी सूर्य देव की कृपा प्राप्त होती है।
  • दर्श अमावस्या के उपाय - दर्श अमावस्या के दिन पितरों की पूजा करने और तर्पण करने से विशेष लाभ मिलता है। इस दिन पितरों को जल अर्पित करने और पिंडदान करने से उनकी आत्मा को शांति मिलती है। इसके अलावा दर्श अमावस्या के दिन गरीबों को भोजन और दान करने से पितरों की आत्मा को संतुष्टि मिलती है। साथ ही परिवार में सुख-शांति बनी रहती है। इस दिन भगवान विष्णु और पितरों की पूजा करने से परिवार में आ रही समस्याएं दूर होती हैं। साथ ही जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।


27 अप्रैल 2025 आज के पंचांग का महत्व

आज अश्विनी नक्षत्र है। अश्विनी को अधिकांश शुभ कार्यों के लिये श्रेष्ठ माना जाता है। इसीलिये यह शुभ मुहूर्त में स्वीकृत है। साथ ही वैशाख माह चल रहा है। वैशाख का महीना भगवान विष्णु को समर्पित होता है, इसलिए इस माह श्री हरि की पूजा विधिवत करे। साथ ही आज वार कि हिसाब से आप सूर्य देव की पूजा कर सकते हैं। आज दर्श अमावस्या है, जिसे वैशाख अमावस्या भी कहा जाता है। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है। 


डिसक्लेमर

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