Aaj Ka Panchang: आज 25 अप्रैल 2025 का शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, आज की तिथि और ग्रह
Aaj Ka Panchang 25 April 2025: आज 25 अप्रैल 2025 वैशाख माह का तेरहवां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार वैशाख माह के कृष्ण पक्ष तिथि द्वादशी है। आज शुक्रवार का दिन है। इस तिथि पर इन्द्र योग रहेगा। वहीं चंद्रमा 25 अप्रैल रात्रि 03 बजकर 26 मिनट पर कुंभ राशि से मीन राशि में गोचर करेंगे। आपको बता दें, आज शुक्रवार के दिन अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 53 मिनट से दोपहर 12 बजकर 45 मिनट तक रहेगा। इस दिन राहुकाल सुबह 10 बजकर 41 मिनट से दोपहर 12 बजकर 19 मिनट तक रहेगा। आज वार के हिसाब से आप शुक्रवार का व्रत रख सकते हैं, जो माता लक्ष्मी को समर्पित होता है। आज वरूथिनी एकादशी का पारण किया जाएगा साथ ही आज प्रदोष व्रत भी है और पंचक भी चल रहे हैं। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है।
आज का पंचांग 25 अप्रैल 2025
- तिथि - वैशाख कृष्ण पक्ष द्वादशी तिथि
- नक्षत्र - पूर्व भाद्रपद
- दिन/वार - शुक्रवार
- योग - इन्द्र
- करण - तैतिल और गर
वैशाख कृष्ण पक्ष द्वादशी तिथि प्रारंभ - 24 अप्रैल दोपहर 02:32 बजे
वैशाख कृष्ण पक्ष द्वादशी तिथि समाप्त - 25 अप्रैल सुबह 11:44 बजे
सूर्य-चंद्र गोचर
- सूर्य - मेष राशि में रहेंगे।
- चंद्र - चंद्रमा 25 अप्रैल रात्रि 03 बजकर 26 मिनट पर कुंभ राशि से मीन राशि में गोचर करेंगे।
सूर्य और चंद्रमा का मुहूर्त
- सूर्योदय - सुबह 5 बजकर 46 मिनट पर
- सूर्यास्त - शाम 6 बजकर 53 मिनट पर
- चन्द्रोदय - 26 अप्रैल प्रात:काल 04 बजकर 27 मिनट पर
- चन्द्रास्त - 25 अप्रैल शाम 04 बजकर 16 मिनट पर
आज का शुभ मुहूर्त और योग 25 अप्रैल 2025
- ब्रह्म मुहूर्त - प्रात:काल 04:19 बजे से सुबह 05:02 बजे तक।
- अभिजीत मुहूर्त - सुबह 11:53 बजे से दोपहर 12:45 बजे तक।
- अमृत काल - रात्रि 01:32 बजे से रात्रि 03:00 बजे तक।
- विजय मुहूर्त - दोपहर 02:30 बजे से दोपहर 03:23 बजे तक।
- गोधूलि मुहूर्त - शाम 06:51 बजे से शाम 07:13 बजे तक।
- संध्या मुहूर्त - शाम 06:52 बजे से शाम 07:58 बजे तक।
आज का अशुभ मुहूर्त 25 अप्रैल 2025
- राहु काल - सुबह 10:41 बजे से दोपहर 12:19 बजे तक।
- गुलिक काल - सुबह 07:24 बजे से सुबह 09:02 बजे तक।
- यमगंड - दोपहर 03:36 बजे से शाम 05:14 बजे तक।
- दिशाशूल - पश्चिम, इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।
- विडाल योग - सुबह 08:53 बजे से 26 अप्रैल सुबह 05:45 बजे तक।
- पंचक - पूरे दिन
25 अप्रैल 2025 पर्व/त्योहार/व्रत
- शुक्रवार - आज आप शुक्रवार का व्रत रख सकते हैं, जो माता लक्ष्मी को समर्पित है।
- वरूथिनी एकादशी पारण - वरूथिनी एकादशी का व्रत उत्तर भारतीय पूर्णिमान्त पंचांग के अनुसार वैशाख माह में कृष्ण पक्ष के दौरान और दक्षिण भारतीय अमान्त पंचांग के अनुसार चैत्र माह में कृष्ण पक्ष के दौरान पड़ता है। इस व्रत का पारण द्वादशी तिथि समाप्त होने से पहले करना आवश्यक है, और यदि द्वादशी तिथि सूर्योदय से पहले समाप्त हो गई हो तो सूर्योदय के बाद पारण किया जाता है। व्रत करने वाले श्रद्धालुओं को हरि वासर के दौरान पारण नहीं करना चाहिए और प्रातःकाल पारण करना सबसे उपयुक्त समय है। यदि एकादशी व्रत दो दिनों के लिए होता है, तो स्मार्त-परिवारजनों को पहले दिन व्रत करना चाहिए और सन्यासियों, विधवाओं और मोक्ष प्राप्ति के इच्छुक श्रद्धालुओं को दूजी एकादशी के दिन व्रत करना चाहिए।
- प्रदोष व्रत - प्रदोष व्रत भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए किया जाता है, जिसे दक्षिण भारत में प्रदोषम के नाम से जाना जाता है। यह व्रत चन्द्र मास की दोनों त्रयोदशी के दिन किया जाता है। जिसमें से एक शुक्ल पक्ष के समय और दूसरा कृष्ण पक्ष के समय होता है। प्रदोष का दिन जब सोमवार, मंगलवार या शनिवार को आता है तो उसे क्रमशः सोम प्रदोष, भौम प्रदोष और शनि प्रदोष कहा जाता है। प्रदोष व्रत का दिन त्रयोदशी तिथि और प्रदोष काल के साथ-साथ होने पर निर्धारित किया जाता है, जो सूर्यास्त से प्रारम्भ होता है। प्रदोष के समय शिवजी प्रसन्नचित मनोदशा में होते हैं और यह समय शिव पूजा के लिए सर्वश्रेष्ठ होता है।
आज का उपाय 25 अप्रैल 2025
25 अप्रैल को इंद्र योग बन रहा है। इंद्र को अधिकांश शुभ कार्यों के लिये श्रेष्ठ माना जाता है। इसीलिये यह शुभ मुहूर्त में स्वीकृत है। इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से आपको अपने जीवन में सफलता, समृद्धि, और सुख की प्राप्ति हो सकती है। आज के दिन दान-पुण्य करने से आपको पुण्य मिलेगा और आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आएंगे।
- शुक्रवार के उपाय - शुक्रवार के दिन कुछ विशेष उपाय करने से जीवन में सुख-समृद्धि और सफलता प्राप्त होती है। इस दिन देवी लक्ष्मी की पूजा करना और उनको श्रृंगार की वस्तुएं चढ़ाना शुभ माना जाता है। शुक्रवार के दिन सफेद वस्त्र धारण करने, सफेद फूलों का दान करने और गरीबों को अन्न और धन का दान करने से भी लाभ होता है। इसके अलावा इस दिन श्री सूक्त का पाठ करने से भी धन और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
- प्रदोष व्रत के उपाय - प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की पूजा करने से विशेष लाभ मिलता है। इस दिन भगवान शिव को बेलपत्र, धतूरा और गंगाजल चढ़ाने से उनकी कृपा प्राप्त होती है। इसके अलावा प्रदोष व्रत रखने साथ ही भगवान शिव के मंत्रों का जाप करने से जीवन में सुख-शांति और आरोग्यता की प्राप्ति होती है। प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की पूजा करने से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
25 अप्रैल 2025 आज के पंचांग का महत्व
आज पूर्व भाद्रपद नक्षत्र है। पूर्व भाद्रपद को अधिकांश शुभ कार्यों के लिये सामान्य माना जाता है। इसीलिये यह शुभ मुहूर्त में स्वीकृत है। साथ ही वैशाख माह चल रहा है। वैशाख का महीना भगवान विष्णु को समर्पित होता है, इसलिए इस माह श्री हरि की पूजा विधिवत करे। साथ ही आज वार कि हिसाब से आप माता लक्ष्मी की पूजा कर सकते हैं। आज वरूथिनी एकादशी का पारण किया जाएगा साथ ही आज प्रदोष व्रत भी है और पंचक भी चल रहे हैं।