Aaj Ka Panchang: आज 24 अप्रैल 2025 का शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, आज की तिथि और ग्रह
Aaj Ka Panchang 24 April 2025: आज 24 अप्रैल 2025 वैशाख माह का बारहवां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार वैशाख माह के कृष्ण पक्ष तिथि एकादशी है। आज गुरूवार का दिन है। इस तिथि पर ब्रह्म योग रहेगा। वहीं चंद्रमा कुंभ राशि में रहेंगे। आपको बता दें, आज गुरूवार के दिन अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 53 मिनट से दोपहर 12 बजकर 46 मिनट तक रहेगा। इस दिन राहुकाल दोपहर 01 बजकर 58 मिनट से दोपहर 03 बजकर 36 मिनट तक रहेगा। आज वार के हिसाब से आप गुरूवार का व्रत रख सकते हैं, जो जगत के पालनहार भगवान विष्णु को समर्पित होता है। आज वल्लभाचार्य जयंती, वरूथिनी एकादशी है। साथ ही पंचक भी चल रहे हैं। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है।
आज का पंचांग 24 अप्रैल 2025
- तिथि - वैशाख कृष्ण पक्ष एकादशी तिथि
- नक्षत्र - शतभिषा
- दिन/वार - गुरूवार
- योग - ब्रह्म
- करण - बालव और कौलव
वैशाख कृष्ण पक्ष एकादशी तिथि प्रारंभ - 23 अप्रैल दोपहर 04:43 बजे
वैशाख कृष्ण पक्ष एकादशी तिथि समाप्त - 24 अप्रैल दोपहर 02:32 बजे
सूर्य-चंद्र गोचर
- सूर्य - मेष राशि में रहेंगे।
- चंद्र - चंद्रमा कुंभ राशि में रहेंगे।
सूर्य और चंद्रमा का मुहूर्त
- सूर्योदय - सुबह 5 बजकर 47 मिनट पर
- सूर्यास्त - शाम 6 बजकर 52 मिनट पर
- चन्द्रोदय - 25 अप्रैल रात्रि 03 बजकर 54 मिनट पर
- चन्द्रास्त - 25 अप्रैल दोपहर 03 बजकर 10 मिनट पर
आज का शुभ मुहूर्त और योग 24 अप्रैल 2025
- ब्रह्म मुहूर्त - प्रात:काल 04:19 बजे से सुबह 05:03 बजे तक।
- अभिजीत मुहूर्त - सुबह 11:53 बजे से दोपहर 12:46 बजे तक।
- अमृत काल - नहीं है।
- विजय मुहूर्त - दोपहर 02:30 बजे से दोपहर 03:23 बजे तक।
- गोधूलि मुहूर्त - शाम 06:51 बजे से शाम 07:13 बजे तक।
- संध्या मुहूर्त - शाम 06:52 बजे से शाम 07:58 बजे तक।
आज का अशुभ मुहूर्त 24 अप्रैल 2025
- राहु काल - दोपहर 01:58 बजे से दोपहर 03:36 बजे तक।
- गुलिक काल - सुबह 09:03 बजे से सुबह 10:41 बजे तक।
- यमगंड - प्रात:काल 05:47 बजे से सुबह 07:25 बजे तक।
- दिशाशूल - दक्षिण, इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।
- पंचक - पूरे दिन
24 अप्रैल 2025 पर्व/त्योहार/व्रत
- गुरूवार - आज आप गुरूवार का व्रत रख सकते हैं, जो जगत के पालनहार भगवान विष्णु को समर्पित है।
- वल्लभाचार्य जयंती - श्री वल्लभाचार्य एक भक्तिमय दार्शनिक थे। इन्होंने भारत में पुष्टि मार्ग सम्प्रदाय की स्थापना की, जिसे वल्लभ सम्प्रदाय के नाम से भी जाना जाता है। उनका जन्म 1479 ई. में वाराणसी में एक तेलुगु ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उनके जन्मदिवस को श्री वल्लभाचार्य जयंती के रूप में मनाया जाता है, जो वैशाख माह की कृष्ण पक्ष एकादशी तिथि पर पड़ता है। वह भगवान कृष्ण के अनन्य भक्त थे और उन्होंने भगवान कृष्ण के श्रीनाथजी स्वरूप की पूजा की थी। उन्हें महाप्रभु वल्लभाचार्य के नाम से भी जाना जाता है।
- वरूथिनी एकादशी - वरूथिनी एकादशी का व्रत उत्तर भारतीय पूर्णिमान्त पंचांग के अनुसार वैशाख माह में कृष्ण पक्ष के दौरान और दक्षिण भारतीय अमान्त पंचांग के अनुसार चैत्र माह में कृष्ण पक्ष के दौरान पड़ता है। इस व्रत का पारण द्वादशी तिथि समाप्त होने से पहले करना आवश्यक है, और यदि द्वादशी तिथि सूर्योदय से पहले समाप्त हो गई हो तो सूर्योदय के बाद पारण किया जाता है। व्रत करने वाले श्रद्धालुओं को हरि वासर के दौरान पारण नहीं करना चाहिए और प्रातःकाल पारण करना सबसे उपयुक्त समय है। यदि एकादशी व्रत दो दिनों के लिए होता है, तो स्मार्त-परिवारजनों को पहले दिन व्रत करना चाहिए और सन्यासियों, विधवाओं और मोक्ष प्राप्ति के इच्छुक श्रद्धालुओं को दूजी एकादशी के दिन व्रत करना चाहिए।
आज का उपाय 24 अप्रैल 2025
24 अप्रैल को ब्रह्म योग बन रहा है। ब्रह्म को अधिकांश शुभ कार्यों के लिये श्रेष्ठ माना जाता है। इसीलिये यह शुभ मुहूर्त में स्वीकृत है। इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से आपको अपने जीवन में सफलता, समृद्धि, और सुख की प्राप्ति हो सकती है। आज के दिन दान-पुण्य करने से आपको पुण्य मिलेगा और आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आएंगे।
- गुरूवार के उपाय - गुरूवार के दिन कुछ विशेष उपाय करने से जीवन में सुख-समृद्धि और सफलता प्राप्त होती है। इस दिन भगवान विष्णु और भगवान बृहस्पति की पूजा करना शुभ माना जाता है। गुरूवार के दिन पीले वस्त्र धारण करने, पीले फल और पीले फूलों का दान करने से भी लाभ होता है। इसके अलावा इस दिन विद्या की पूजा करने से भी ज्ञान और बुद्धि में वृद्धि होती है। गुरूवार के दिन किसी गरीब या जरूरतमंद व्यक्ति को अन्न और धन का दान करने से भी पुण्य प्राप्त होता है।
- वरूथिनी एकादशी के उपाय - वरूथिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से विशेष लाभ मिलता है। इस दिन भगवान विष्णु को पीले फूल, पीले फल और पीले वस्त्र चढ़ाने से उनकी कृपा प्राप्त होती है। इसके अलावा इस दिन व्रत रखने और भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करने से जीवन में सुख-समृद्धि और शांति की प्राप्ति होती है। वरूथिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
24 अप्रैल 2025 आज के पंचांग का महत्व
आज शतभिषा नक्षत्र है। शतभिषा को अधिकांश शुभ कार्यों के लिये सामान्य माना जाता है। इसीलिये यह शुभ मुहूर्त में स्वीकृत है। साथ ही वैशाख माह चल रहा है। वैशाख का महीना भगवान विष्णु को समर्पित होता है, इसलिए इस माह श्री हरि की पूजा विधिवत करे। साथ ही आज वार कि हिसाब से आप भगवान विष्णु की पूजा कर सकते हैं। वरूथिनी एकादशी भी आज ही है। साथ ही पंचक भी चल रहे हैं।