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22 March 2025 Panchang (22 मार्च 2025 का पंचांग)

Mar 19 2025

Aaj Ka Panchang: आज 22 मार्च 2025 का शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, आज की तिथि और ग्रह


 Aaj Ka Panchang 22 March 2025: आज 22 मार्च 2025 चैत्र माह का छठा दिन है और आज इस पंचांग के अनुसार चैत्र माह के कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि है। वहीं आज शनिवार का दिन है। इस तिथि पर व्यातीपात योग रहेगा इसके बाद शाम 6 बजकर 36 मिनट से वरीयान योग रहेगा। वहीं आज चंद्रमा धनु राशि पर संचार करेगा। आपको बता दें, आज शनिवार के दिन अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 04 मिनट से दोपहर 12 बजकर 52 मिनट तक रहेगा। इस दिन राहुकाल सुबह 09 बजकर 25 मिनट से सुबह 10 बजकर 57 मिनट तक रहेगा। आज तिथि के हिसाब से आप शनिवार का व्रत रख सकते हैं। यह व्रत शनि देव को समर्पित है। साथ ही आज शीतला अष्टमी, कालाष्टमी और मासिक कृष्ण जन्माष्टमी भी है। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है और आज के दिन किन मंत्रों का जाप करने से लाभ हो सकता है। 


आज का पंचांग 22 मार्च 2025


  • तिथि - चैत्र कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि 
  • नक्षत्र - मूल नक्षत्र
  • दिन/वार - शनिवार
  • योग - व्यतीपात योग और वरीयान योग
  • करण - बालव, कौलव और  तैतिल


सूर्य-चंद्र गोचर


ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चंद्रमा का हमारे जीवन पर खास प्रभाव पड़ता है, क्योंकि ये हमारी मानसिक स्थिति, भावनाओं और विचारों का प्रतीक है। 21 मार्च 2025 को चंद्रमा धनु राशि में गोचर करेगें, वहीं सूर्य देव मीन राशि में रहेंगे।


सूर्य और चंद्रमा का मुहूर्त


  • सूर्योदय - सुबह 6 बजकर 23 मिनट पर 
  • सूर्यास्त -  शाम 6 बजकर 33 मिनट पर 
  • चन्द्रोदय - 23 मार्च रात्रि 01 बजकर 59 मिनट पर 
  • चन्द्रास्त - 23 मार्च सुबह 11 बजकर 07 मिनट पर 


आज का शुभ मुहूर्त और योग 22 मार्च 2025


  • सर्वार्थ सिद्धि योग - आज सर्वार्थ सिद्धि योग नहीं है। 
  • ब्रह्म मुहूर्त - प्रात: 04:48 बजे से सुबह 05:35 बजे तक।
  • अमृत काल - रात्रि 08:33 बजे से रात्रि 10:16 बजे तक।
  • अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 12:04 से दोपहर 12:52 बजे तक।
  • विजय मुहूर्त  -  दोपहर 02:30 बजे से दोपहर 03:19 बजे तक।
  • गोधूलि मुहूर्त - शाम 06:32 बजे से शाम 06:56 बजे तक।
  • निशिता मुहूर्त - 23 मार्च रात्रि 12 बजकर 04 मिनट से 23 मार्च रात्रि 12 बजकर 51 मिनट तक।
  • संध्या मुहूर्त - शाम 06:33 बजे से शाम 07:44 बजे तक।


आज का अशुभ मुहूर्त 22 मार्च 2025


  • राहु काल - सुबह 09:25 बजे से दोपहर 10:57 बजे तक।
  • गुलिक काल - सुबह 06:23 बजे से 07:54 बजे तक।
  • यमगंड - दोपहर 01:59 बजे से शाम 03:31 बजे तक।
  • दिशाशूल - पूर्व दिशा, इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।
  • दुर्मुहूर्त - सुबह 06:23 बजे से सुबह 07:11 बजे तक और दोपहर 07:11 बजे दोपहर से 08:00 बजे तक।


22 मार्च 2025 पर्व/त्योहार/व्रत


22 मार्च यानि आज शीतला अष्टमी, मासिक कृष्ण जन्माष्टमी और कालाष्टमी है। शीतला अष्टमी के दिन महिलाएं उपवास रखती है। यह व्रत गर्मियों की शुरुआत का प्रतीक है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन माता रानी की पूजा करने और उपवास का पालन करने से सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है। इसके साथ ही रोग-दोष से मुक्ति मिलती है। इसके अलावा मासिक कृष्ण जन्माष्टमी व्रत का भी हिंदू धर्म में बहुत महत्व है। इस दिन श्रीकृष्ण की पूजा होती है, ऐसी मान्यता है कि इस दिन का व्रत करने से संतान संबंधी सभी मुश्किलों का अंत होता है। इसके साथ ही जीवन में शुभता आती है। इसके अलावा कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि काल भैरव देव को समर्पित होती है। इस दिन भगवान शिव के रौद्र रूप काल भैरव देव की पूजा की जाती है। साथ ही उनके निमित्त अष्टमी का व्रत रखा जाता है। इस व्रत को करने से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। साथ ही जीवन में व्याप्त सभी प्रकार के दुख एवं संकट दूर हो जाते हैं।


आज का उपाय 22 मार्च 2025


22 मार्च को व्यातीपात और वरीयान योग बन रहा है। व्यतीपात योग की सम्पूर्ण अवधि को सभी अच्छे कार्यों के लिये अशुभ माना जाता है। इसीलिये यह अच्छे मुहूर्त में वर्जित है। वहीं, वरीयान योग को अधिकांश कार्यों को श्रेष्ठ माना जाता है। इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से आपको अपने जीवन में सफलता, समृद्धि, और सुख की प्राप्ति हो सकती है। आज के दिन दान-पुण्य करने से आपको पुण्य मिलेगा और आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आएंगे। वहीं आज शनिवार का दिन है। आप आज शनि देव की पूजा विधवत रूप से करें। काले तिल, काले वस्त्र और सरसों का तेल दान करें। आपको बता दें कि आज शीतला अष्टमी, काला अष्टमी और मासिक कृष्ण जन्माष्टमी भी है। 

  • काला अष्टमी - हर माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि काल भैरव देव को समर्पित होता है। इस दिन भगवान शिव के रौद्र रूप काल भैरव देव की पूजा की जाती है। साथ ही उनके निमित्त अष्टमी का व्रत रखा जाता है। इस व्रत को करने से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। साथ ही जीवन में व्याप्त सभी प्रकार के दुख एवं संकट दूर हो जाते हैं।
  • मासिक कृष्ण जन्माष्टमी -  इस दिन श्रीकृष्ण की पूजा होती है, ऐसी मान्यता है कि इस दिन का व्रत करने से संतान संबंधी सभी मुश्किलों का अंत होता है। इसके साथ ही जीवन में शुभता आती है। 
  • शीतला अष्टमी - शीतला अष्टमी पर अच्छी सेहत के लिए व‍िध‍ि-व‍िधान के साथ शीतला माता की पूजा करें। मां को कुमकुम, रोली, अक्षत और लाल रंग के फूल आदि चीजें अर्पित करें। इसके बाद देवी को बासी पूड़ी-हलवे का भोग लगाएं। ऐसा करने से रोग-दोष से मुक्ति मिलेगी। साथ ही घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा।


22 मार्च 2025 आज के पंचांग का महत्व


आज मूल नक्षत्र है, जो कि बहुत ही शुभ नक्षत्र माना जाता है। साथ ही चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि है। आज शनिवार का दिन है। इस दिन शनिदेव की पूजा करें। साथ ही आज शीतला अष्टमी, काला अष्टमी और मासिक कृष्ण जन्माष्टमी भी है। ऐसे में आज के दिन में कुछ विशेष उपाय करके आप इस दिन को सफल बना सकते हैं। 


डिसक्लेमर

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