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बड़ा ही अलौकिक है माता का चंद्रघंटा स्वरूप, जानिए क्यों मिला मैय्या को यह नाम?
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तप का आचरण करने से माता का दूसरा रूप हुआ ब्रह्मचारिणी, जानिए माता की उत्पत्ति समेत आराधना के लाभ
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नवरात्रि के दौरान माता के नौ अलग अलग स्वरूपों की आराधना की जाती है।
माता के नौ रूपों में किस रूप का है सबसे ज्यादा महत्व, जानिए कैसे हुए नौ रूपों की उत्पत्ति, क्या है उनके नाम का अर्थ
साल में दो नहीं चार नवरात्रि होती हैं, जानिए क्या है माता की प्रकट और गुप्त नवरात्रि में अंतर
सनातन धर्म में देवी आराधना का बड़ा महत्व है। देवी आराधना के लिए हमारे धर्म में कई विधान है। लेकिन इन सभी में नवरात्रि को सबसे अधिक प्रधानता दी गई है।
आइए जानते हैं कि दुर्गा सप्तशती के किस अध्याय के पाठ से कौन सा फल मिलता है
हिंदू धर्म में नवरात्रि का बहुत ही खास महत्व है। नवरात्रि के नौ दिनों में माता रानी की पूजा-अर्चना करने से भक्तों को अपार सुख-शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
कुछ ऐसी है षोडशी माहेश्वरी की कहानी, जानें क्यों है खास
षोडशी माहेश्वरी शक्ति की विग्रह वाली शक्ति है। इनकी चार भुजा और तीन नेत्र हैं।
वाराणसी में स्थित है मां त्रिपुर भैरवी का मंदिर, नवरात्रि में लगती है भक्तो की भीड़
महाविद्या त्रिपुर भैरवी को काली का स्वरुप माना गया है। त्रिपुर भैरवी के अनेकों नाम हैं और देवी की अनेक सहायिकाओं को भैरवी रुप में भी जाना जाता है।
यहां पर है मां बगलामुखी का चमत्कारिक दरबार, जानें इतिहास
गुप्त नवरात्रि में महाविद्या बगलामुखी की पूजन विशेष तंत्र साधना का समय होता है।