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श्री जगन्नाथ जी मंदिर अहमदाबाद, गुजरात (Shri Jagannath Ji Temple, Ahmedabad, Gujarat)


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गुजरात के अहमदाबाद में भी है जगन्नाथ जी मंदिर, जानिए इसका इतिहास और महत्व


गुजरात राज्य के अहमदाबाद जिले के जमालपुर में स्थित श्री जगन्नाथ जी मंदिर अपनी भव्यता, वास्तुकला, धार्मिक महत्व और सद्भावना कार्यों के लिए प्रसिद्ध है। करीब 150 साल पुराना यह मंदिर हर साल आयोजित होने वाली भव्य रथ यात्रा के लिए भी जाना जाता है। इस अनोखी यात्रा में हजारों की संख्या में भक्त शामिल होते हैं। बता दें कि इस मंदिर के बनने के पीछे महंत नरसिंह दास जी से जुड़ी हुई एक कहानी भी है। तो आइए, इस आर्टिकल में अहमदाबाद के जगन्नाथ मंदिर के इतिहास और महत्व के बारे में विस्तार पूर्वक जानते हैं। 

क्या है इस मंदिर का इतिहास?  


इस मंदिर की स्थापना से जुड़ी जो कहानी है वो बेहद रोचक और दिव्य है। कहा जाता है कि लगभग 150 वर्ष पहले, भगवान जगन्नाथ ने महंत नरसिंह दास जी को स्वप्न में दर्शन दिए और आदेश दिया कि इस स्थान पर उनका मंदिर बनवाया जाए, जिसमें उनके साथ भाई बलदेव और बहन सुभद्रा की मूर्तियां स्थापित हों।
महंत नरसिंह दास जी ने यह स्वप्न गांव वालों को बताया। सभी ने इसे भगवान की आज्ञा मानते हुए मंदिर निर्माण का कार्य शुरू किया। धूमधाम के साथ भगवान जगन्नाथ की प्राण-प्रतिष्ठा की गई। तब से यह मंदिर अहमदाबाद का धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र बन गया।

यहां है भगवान जगन्नाथ की दिव्य प्रतिमा


मंदिर में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और देवी सुभद्रा की भव्य और आकर्षक प्रतिमा स्थापित हैं। ये प्रतिमा हर भक्त का मन मोह लेती हैं और भक्तों को आध्यात्मिक शांति भी देती हैं।

यहां भी निकलती है भव्य रथ यात्रा 


इस मंदिर की सबसे बड़ी विशेषता यहाँ की रथ यात्रा है। यह 1878 से हर साल आषाढ़ी बीज के दिन आयोजित होती आ रही है। यह रथयात्रा भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के विशाल रथों के साथ निकाली जाती है। हजारों श्रद्धालु इसमें शामिल होकर भगवान का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। रथ यात्रा के दौरान पूरे मंदिर की भव्य साज-सज्जा की जाती है। भक्त जय रणछोड़, माखनचोर के नारों के साथ रथ यात्रा में भाग लेते हैं। इस उत्सव के दौरान सुरक्षा के भी कड़े प्रबंध किए जाते हैं।

यहां सेवा कार्यों को क्यों दिया जाता है महत्व? 


मंदिर में सेवा का भाव हमेशा से प्रमुख रहा है। महंत नरसिंह दास जी महाराज ने भूखे को भोजन की भावना से सदाव्रत शुरू किया था। आज भी यह परंपरा जीवित है। इस कारण हर दिन हजारों गरीब, जरूरतमंद और भिखारी यहाँ आकर भोजन करते हैं। भक्तों का मानना है कि भगवान जगन्नाथ के दर्शन मात्र से सभी इच्छाएँ पूर्ण हो जाती हैं।

कैसे पहुँच सकते हैं मंदिर?


अहमदाबाद एयरपोर्ट देश के सभी प्रमुख हवाई अड्डों से जुड़ा हुआ है। एयरपोर्ट से मंदिर तक पहुँचने के लिए निजी टैक्सी उपलब्ध है। वहीं, अहमदाबाद रेलवे स्टेशन (कालूपुर) मंदिर से मात्र 3 किलोमीटर की दूरी पर है। इसके अलावा मणि नगर और साबरमती रेलवे स्टेशन से भी मंदिर तक आसानी से पहुँचा जा सकता है। जबकि, अहमदाबाद देश के विभिन्न राज्यों से सड़क मार्ग द्वारा भी अच्छी तरह जुड़ा है। सड़क मार्ग से यहां पहुंचने हेतु गीता मंदिर बस डिपो से टैक्सी ली जा सकती है। 

डिसक्लेमर

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