एक बार भगवान विष्णु और लक्ष्मी माता पृथ्वी लोक पर घूम रहे थे। विष्णु जी किसी काम से दक्षिण दिशा की ओर चले गए और लक्ष्मी माता को वहीं पर रूकने के लिए कहा।
कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे,
निर्धन के घर भी आ जाना ।
भगवान तुम्हारे चरणों में,
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मैं तुम्हे रिझाने आया हूँ,
रिद्धि सिद्धि वाले गणपति बाबा,
तेरी महिमा भारी है,