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मार्गशीर्ष मास में चंद्र दर्शन कब होगा?

मार्गशीर्ष मास में कब होगा चंद्र दर्शन? महत्व, समय और विशेष मुहूर्त जानिए 


हिंदू धर्म में देवी-देवताओं के साथ सूर्य, चंद्रमा, नदियों और प्रकृति की पूजा का भी विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अमावस्या के बाद चंद्र दर्शन शुभ और पुण्यदायी माना जाता है। मार्गशीर्ष मास की अमावस्या 01 दिसंबर 2024 को है और इसके अगले दिन 02 दिसंबर को चंद्र दर्शन होगा। इस दिन शाम 5:51 बजे चंद्रमा का उदय होगा। चंद्र दर्शन ना केवल मन को शांति देता है। बल्कि, ज्योतिषीय दृष्टिकोण से भी कुंडली में चंद्रमा को शुभ बनाने में सहायक होता है। तो आइए जानते हैं चंद्र दर्शन का महत्व, लाभ, और पूजन विधि।


मार्गशीर्ष मास में चंद्र दर्शन कब है?


इस वर्ष मार्गशीर्ष मास में चंद्र दर्शन 02 दिसंबर 2024 को होगा। पंचांग के अनुसार इस दिन पौष शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि है। इसलिए, चंद्रोदय का समय शाम 5:51 बजे निर्धारित है। यह साल का अंतिम चंद्र दर्शन है, जिसे बेहद शुभ और पुण्यदायी माना जाता है।


जानिए चंद्र दर्शन का महत्व


हिंदू धर्म में चंद्रमा का विशेष धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व है। चंद्रमा को देवता और ग्रह दोनों माना गया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अमावस्या के बाद शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा के दिन चंद्र दर्शन करना विशेष लाभकारी होता है। यह न केवल मन को शांति प्रदान करता है, बल्कि कुंडली में चंद्रमा की प्रतिकूल स्थिति को भी सुधारता है। शास्त्रों में कहा गया है कि चंद्र दर्शन करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। जो लोग मानसिक तनाव, अनिश्चितता, या चंद्र दोष से पीड़ित होते हैं उन्हें इस दिन चंद्र दर्शन और पूजा जरूर करनी चाहिए। ज्योतिष में चंद्रमा को मन का कारक माना गया है, इसलिए इस दिन की पूजा और दर्शन से मानसिक शांति और संतुलन प्राप्त होता है।


दिसंबर 2024 में चंद्र दर्शन का समय


इस वर्ष दिसंबर का महीना अंग्रेजी कैलेंडर का अंतिम महीना है और हिंदू कैलेंडर के अनुसार मार्गशीर्ष मास का समय है। अमावस्या 01 दिसंबर को है, और इसके अगले दिन, 02 दिसंबर को चंद्र दर्शन किया जाएगा। इस दिन चंद्रमा शाम 5:51 बजे उदित होगा।


चंद्र दर्शन के लाभ


शुभ फल की प्राप्ति: अमावस्या के बाद चंद्र दर्शन से पुण्य लाभ होता है और जीवन में शुभता आती है।

चंद्र दोष का निवारण: जिनकी कुंडली में चंद्रमा की स्थिति प्रतिकूल है, उन्हें इस दिन विशेष लाभ मिलता है।

मानसिक शांति: चंद्रमा की पूजा और दर्शन से मन की अशांति दूर होती है।

सुख-समृद्धि: चंद्र दर्शन करने से जीवन में समृद्धि और सौभाग्य बढ़ता है।


चंद्र दर्शन 2024 पूजा विधि


इस दिन सुबह स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनें।

पूजा के लिए जल, रोली, चावल, फूल, अगरबत्ती और खीर रखें।

अब शाम को चंद्रोदय के समय चंद्रमा को अर्घ्य (जल चढ़ाना) दें।

चंद्र देव के मंत्रों का जाप करें।


चंद्र देव के मंत्र


चंद्र बीज मंत्र: "ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चन्द्राय नमः।"

चंद्र गायत्री मंत्र: "ॐ भूर्भुवः स्वः अमृतांगाय विद्महे कालरूपाय धीमहि तन्नो सोमो प्रचोदयात्।"

पौराणिक मंत्र: "दधि शंख तुषाराभं क्षीरोदार्णव संभवम्। नमामि शशिनं सोमं शंभोर्मुकुट भूषणम्।"


इन चीजों का लगाएं भोग 


इस दिन चंद्र दर्शन करते समय मन में सकारात्मकता रखें। अगर संभव हो, तो चंद्रमा को खीर का भोग लगाएं और गरीबों को दान करें। यह दिन आपके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और शुभता लेकर आता है। मार्गशीर्ष मास में चंद्र दर्शन का दिन 02 दिसंबर 2024 है। यह मानसिक और ज्योतिषीय लाभ भी प्रदान करता है। चंद्र दर्शन से मानसिक शांति, शुभ फल, और समृद्धि की प्राप्ति होती है। इस दिन विधिपूर्वक पूजा करके चंद्र देव का आशीर्वाद लें।


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