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कब मनाई जाएगी मासिक कृष्ण जन्माष्टमी

21 या 22 नवंबर जानिए कब मनाई जाएगी मार्गशीष माह की कृष्ण जन्माष्टमी, क्या होंगे शुभ मुहूर्त 


मासिक कृष्ण जन्माष्टमी हर माह कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। भक्त अपने घरों में श्रद्धा और भक्ति के साथ पूजा करते हैं। मासिक कृष्ण जन्माष्टमी मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को आती है। इसे मासिक कालाष्टमी के रूप में भी जाना जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, जो भक्त भगवान श्रीकृष्ण की शरण में रहते हैं, उन्हें सांसारिक सुख और मृत्यु के बाद उच्च लोक की प्राप्ति होती है। इस लेख में हम आपको मासिक कृष्ण जन्माष्टमी की तिथि, शुभ मुहूर्त, योग और इसका महत्व विस्तार से बता रहे हैं।


मासिक कृष्ण जन्माष्टमी की तिथि


वैदिक पंचांग के अनुसार मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरुआत 22 नवंबर 2024 को शाम 06:07 बजे से हो रही है। यह तिथि अगले दिन 23 नवंबर 2024 को शाम 07:56 बजे समाप्त होगी। चूंकि भगवान श्रीकृष्ण की पूजा निशीथ काल (रात्रि का मध्य भाग) में की जाती है, इसलिए मासिक कृष्ण जन्माष्टमी 22 नवंबर 2024 को मनाई जाएगी।


मासिक कृष्ण जन्माष्टमी के शुभ योग


इस बार मासिक कृष्ण जन्माष्टमी पर कई शुभ योग बन रहे हैं। ये योग भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना को और अधिक फलदायी बनाते हैं। 

  • रवि योग: शुभ रवि योग का निर्माण सुबह 06:50 बजे से शुरू होकर 11:34 बजे तक रहेगा। इस योग में किए गए कार्यों में सफलता मिलने की संभावना अधिक होती है।
  • ब्रह्म योग: दुर्लभ ब्रह्म योग का निर्माण भी इसी समय हो रहा है। ज्योतिषशास्त्र में इस योग को अत्यधिक शुभ माना गया है। इस समय भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करना विशेष फलदायी होता है।
  • इंद्र योग: ब्रह्म योग के बाद इंद्र योग का निर्माण होगा। ये शुभता और समृद्धि का प्रतीक है। इन तीनों योग में भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करने से भक्त को सुख-समृद्धि और मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।


मासिक कृष्ण जन्माष्टमी के अन्य शुभ मुहूर्त


  • सूर्योदय: सुबह 06:50 बजे
  • सूर्यास्त: शाम 05:25 बजे
  • चंद्रोदय: रात 11:41 बजे
  • चंद्रास्त: देर रात 12:35 बजे


विशेष मुहूर्त 


  • ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 05:02 से 05:56 तक।
  • विजय मुहूर्त: दोपहर 01:53 से 02:35 तक।
  • गोधूलि मुहूर्त: शाम 05:22 से 05:49 तक।
  • निशिता मुहूर्त: रात्रि 11:41 से 12:34 तक।


मासिक कृष्ण जन्माष्टमी का महत्व


मासिक कृष्ण जन्माष्टमी का धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व अत्यधिक है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करने से भक्तों के जीवन में सुख-शांति, समृद्धि और संतोष का वास होता है। ऐसा माना जाता है कि जो व्यक्ति इस दिन व्रत रखकर भगवान श्रीकृष्ण की आराधना करता है उसे जीवन में हर प्रकार की कठिनाई से मुक्ति मिलती है।

भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति करने से साधक को हर प्रकार के पापों से मुक्ति मिलती है। माना जाता है कि इस दिन पूजा अर्चना करने से व्यक्ति को मृत्यु के बाद उच्च लोक की प्राप्ति होती है।


इस तरह से करें पूजा


  • प्रात:काल स्नान करके भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति को गंगाजल से स्नान कराएं।
  • मूर्ति पर नए वस्त्र और आभूषण अर्पित करें।
  • भगवान को फल, माखन-मिश्री और तुलसी पत्ते का भोग लगाएं।
  • दीपक जलाकर भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी की आरती करें।
  • निशीथ काल में भजन-कीर्तन और ध्यान करें।

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