Kalashtami 2025: कालाष्टमी के दिन अवश्य करें इन मंत्रों का जाप, मिलेगा विशेष आशीर्वाद
सनातन हिंदू धर्म में कालाष्टमी का दिन अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह विशेष दिन काल भैरव बाबा को समर्पित है। यदि कोई साधक इस तिथि पर सच्चे मन से भगवान शिव के रौद्र रूप भैरव बाबा की पूजा करता है। तो उसे ग्रह दोष से भी मुक्ति मिलती है। इसके साथ ही, उसके घर-परिवार में सुख, शांति, समृद्धि, धन और वैभव बढ़ता है। तो आइए, इस आर्टिकल में विस्तार से जानते हैं कि मार्गशीर्ष मास में कालाष्टमी के दिन किन मंत्रों का जाप करना चाहिए।
इस दिन व्रत के हैं कई लाभ
कई लोग भैरव बाबा का विशेष आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए कालाष्टमी के दिन व्रत भी रखते हैं। वहीं, यदि कोई व्यक्ति लंबे समय से किसी बीमारी से ग्रसित है। तो वह भी इस मंत्र जाप के माध्यम से पुनः स्वास्थ्य लाभ कर सकता है।
कालाष्टमी के दिन इन मंत्रों का करें जाप
- ॐ कालभैरवाय नम:
- ॐ भयहरणं च भैरव:
- ॐ ह्रीं बं बटुकाय आपदुद्धारणाय कुरूकुरू बटुकाय ह्रीं।
- ॐ भ्रं कालभैरवाय फट्।
- अतिक्रूर महाकाय कल्पान्त दहनोपम्, भैरव नमस्तुभ्यं अनुज्ञा दातुमर्हसि!!
- या देवी सर्वभूतेषु मां गौरी रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।
- ॐ जगदम्बिके दुर्गायै नमः
- ॐ हं षं नं गं कं सं खं महाकाल भैरवाय नम:
जान लीजिए अपनी राशि अनुसार मंत्र
- मेष राशि के जातक कालाष्टमी के दिन पूजा के समय 'ॐ ह्रीं भैरवाय नम:' मंत्र का एक माला जप करें।
- वृषभ राशि के जातक भगवान शिव की पूजा करने के समय 'ॐ ह्रीं क्षत्रियाय नम:' मंत्र का जप करें।
- मिथुन राशि के जातक काल भैरव को प्रसन्न करने के लिए 'ॐ ह्रीं सिद्धाय नम:' मंत्र का जप करें।
- कर्क राशि के जातक भगवान शिव की कृपा पाने के लिए 'ॐ ह्रीं सिद्धिदाय नम:' मंत्र का जप करें।
- सिंह राशि के जातक मासिक कालाष्टमी के दिन पूजा के दौरान 'ॐ ह्रीं कवये नम:' मंत्र का जप करें।
- कन्या राशि के जातक काल भैरव देव की कृपा पाने के लिए 'ॐ ह्रीं त्रिनेत्राय नम:' मंत्र का जप करें।
- तुला राशि के जातक कालाष्टमी के दिन पूजन के समय 'ॐ ह्रीं क्षेत्रज्ञाय नम:' मंत्र का एक माला जप करें।
- वृश्चिक राशि के जातक भगवान शिव की कृपा पाने के लिए 'ॐ ह्रीं भूतपाय नम:' मंत्र का एक माला जप करें।
- धनु राशि के जातक मनोवांछित फल की प्राप्ति के लिए 'ॐ ह्रीं धनदाय नम:' मंत्र का एक माला जप करें।
- मकर राशि के जातक संकट दूर करने के लिए 'ॐ ह्रीं अनंताय नम:' मंत्र का जप करें।
- कुंभ राशि के जातक महादेव को प्रसन्न करने के लिए 'ॐ ह्रीं त्रिलोचननाय नम:' मंत्र का जप करें।
- मीन राशि के जातक कालाष्टमी के दिन शिवजी की पूजा के समय 'ॐ ह्रीं शांताय नम:' मंत्र का जप करें।
कब है कालाष्टमी व्रत?
माघ का महीना जीवन में सकारात्मक ऊर्जा लाने, सुख-समृद्धि बढ़ाने और पापों के नाश के लिए जाना जाता है।
कालाष्टमी का व्रत 21 जनवरी को भगवान काल भैरव की पूजा के साथ मनाई जाएगी। माघ माह की शुरुआत मकर संक्रांति के दिन से ही हो जाती है। वर्ष 2025 में माघ मास 14 जनवरी से शुरू होकर 12 फरवरी को समाप्त होगी। इस दौरान कई महत्वपूर्ण व्रत और त्योहार मनाए जाएंगे।
कालाष्टमी व्रत का शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, माघ मास की कालाष्टमी 21 जनवरी 2025 को मनाई जाएगी। इसकी तिथि 20 जनवरी 2025 को रात 10:32 बजे प्रारंभ होगी। जबकि, तिथि की समाप्ति 21 जनवरी 2025 को रात 12:45 बजे होगी। इस दिन भगवान काल भैरव और माता दुर्गा की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है।