Chandra Darshan 2025: अप्रैल माह में इस दिन करें चंद्र दर्शन, होगी विशेष फल की प्राप्ति
हिंदू धर्म में चंद्र दर्शन का विशेष महत्व है। अमावस्या के बाद जब पहली बार आकाश में चंद्रमा दिखाई देता है, उसी दिन को चंद्र दर्शन कहा जाता है। यह दिन सभी भक्तों के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है साथ ही, इसे मानसिक शांति, सौभाग्य तथा समृद्धि प्रदान करने वाला माना गया है।
28 अप्रैल को किया जाएगा चंद्र दर्शन
हिंदू पंचांग के अनुसार, वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की एकम तिथि पर, यानि 28 अप्रैल, सोमवार को चंद्र दर्शन किया जाएगा। इस दिन चंद्र दर्शन का समय शाम 06:27 PM से 07:12 PM तक रहेगा। यह तिथि अमावस्या के अगले दिन पड़ती है और इस दिन चंद्रमा का प्रथम दर्शन होता है। इसलिए इस दिन को शुभ मानते हुए विशेष पूजा-अर्चना की जाती है और इस तिथि के दौरान चंद्रमा को अर्घ्य देकर पूजा करना अत्यंत पुण्य दायक होता है।
चांदी के लोटे से अर्पित करें चंद्रमा को दूध
- इस दिन सूर्योदय या शाम से पहले स्नान कर शुद्ध वस्त्र और खास तौर से सफेद रंग के वस्त्र पहनें।
- चंद्र दर्शन के समय अर्घ्य दें। अर्घ्य देने के लिए एक छोटे तांबे या चांदी के लोटे में जल के साथ दूध भरकर चंद्रमा की ओर मुख करके अर्पित करें। फिर सफेद फूल, रोली, अक्षत, चंदन करें।
- चंद्र देवता को खीर, मिश्री और अन्य सफेद मिठाई का भोग लगाएं।
- अगर आपने चंद्र दर्शन के लिए व्रत रखा है, तो चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद ही व्रत खोलें।
चंद्र दर्शन के दिन अवश्य करें ये उपाय
- इस दिन ब्राह्मणों को अन्न, वस्त्र और दक्षिणा का दान देना अत्यंत फलदायक होता है।
- चंद्र देवता को सफेद फूल और सफेद चंदन अर्पित करने से वो अत्यंत प्रसन्न होते हैं। साथ ही, इस दिन घर के मंदिर में घी का दीपक जलाना चाहिए। इससे शारीरिक सभी रोग समाप्त हो जाते हैं।
- चंद्र दर्शन के बाद कुछ समय तक चंद्रमा की रोशनी में बैठना मन और शरीर के लिए लाभकारी माना जाता है।