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अनंग त्रयोदशी के दिन इस विधि से करें पूजा, दांपत्य जीवन होगा खुशहाल 


अनंग त्रयोदशी हिंदू धर्म में प्रेम और दांपत्य जीवन को सुदृढ़ करने वाला महत्वपूर्ण पर्व है। इसे मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। 2024 में यह तिथि 13 दिसंबर को पड़ रही है। इस दिन भगवान शिव, माता पार्वती, कामदेव और रति की पूजा विशेष रूप से की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन किए गए व्रत और पूजा से प्रेम संबंधों में प्रगाढ़ता आती है, दांपत्य जीवन में सामंजस्य बना रहता है। यह पर्व प्रेमी युगलों और विवाहित दंपतियों के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।


अनंग त्रयोदशी के पूजन की विधि


  1. स्नान और संकल्प: प्रातःकाल स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें। व्रत का संकल्प लें।
  2. पूजा सामग्री तैयार करें: शिवलिंग, पार्वती, कामदेव और रति की मूर्तियों या चित्रों को स्थापित करें। पूजा के लिए चंदन, पुष्प, धूप, दीप, फल, मिठाई, और पंचामृत का उपयोग करें।
  3. करें मंत्र का जाप: इस दिन व्रत के दौरान भगवान शिव और कामदेव के मंत्रों का जाप अवश्य करें।
  4. आरती और प्रसाद: पूजा के अंत में आरती करें और प्रसाद बांटें।
  5. करवाएं भोजन: ब्राह्मण को भोजन और दक्षिणा देने के बाद ही भोजन ग्रहण करें।


अनंग त्रयोदशी पर किए जाने वाले विशेष उपाय 


अनंग त्रयोदशी व्रत पति-पत्नी के आपसी प्रेम और मर्यादा का प्रतीक है। इस दिन सुहागिन महिलाओं को अपने पति के साथ पूरे मनोभाव से व्रत और पूजा करनी चाहिए। ऐसा करने से उनका वैवाहिक जीवन सुखमय रहता है और संबंधों में प्रगाढ़ता आती है।


प्रेम का प्रतीक क्यों माना जाता है अनंग त्रयोदशी? 


अनंग त्रयोदशी को प्रेम का दिन माना गया है। इस दिन पत्नी अपने पति को कामदेव का प्रतीक मानकर पूजा करती है। कामदेव को अनंग भी कहा जाता है। इसलिए, इस दिन को 'अनंग त्रयोदशी' नाम दिया गया है। इस पूजा से दांपत्य जीवन में मधुरता और प्रेम बढ़ता है।


प्रेम विवाह में बाधाओं को दूर करने के उपाय


जिन प्रेमी युगलों को विवाह में बाधा आ रही हो, उन्हें शिव-पार्वती और कामदेव-रति की पूजा करनी चाहिए। इस दिन व्रत रखकर शिवलिंग पर सिंदूर और सफेद फूल चढ़ाएं। फलाहार करें और सायंकाल में ब्राह्मण को भोजन और दक्षिणा देने के बाद ही भोजन करें। इससे प्रेम संबंध सफल होते हैं।


स्वास्थ्य लाभ पाने के लिए उपाय


स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे लोग अनंग त्रयोदशी के दिन एक लोटे में दही, गुड़, दूध, घी और शहद मिलाकर शिवलिंग पर अर्पित करें। साथ ही 13 सिक्के, सफेद फूल, सफेद नैवेद्य और बेलपत्र चढ़ाएं। ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करें। इससे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।


दांपत्य संबंधों को मजबूत बनाने के उपाय


यह दिन दांपत्य जीवन को सुदृढ़ करने के लिए अत्यंत शुभ है। इस दिन शिव-पार्वती और कामदेव-रति की पूजा करें। पूरे मनोभाव और श्रद्धा से उनकी आराधना करने से दंपत्तियों के बीच सामंजस्य और विश्वास बढ़ता है।


विवाह की इच्छा पूरी करने के उपाय 


जो व्यक्ति विवाह की इच्छा रखते हैं, उन्हें इस दिन शिवलिंग पर सिंदूर और सफेद फूल अर्पित कर ‘ॐ उमा महेश्वराय नमः’ मंत्र का जाप करना चाहिए। यह उपाय विवाह की बाधाओं को दूर करता है और शीघ्र विवाह का मार्ग प्रशस्त करता है।


संतान प्राप्ति के लिए विशेष पूजा


जिन दंपतियों को संतान प्राप्ति की इच्छा हो, वे अनंग त्रयोदशी के दिन शिव-पार्वती की पूजा करें। सफेद वस्त्र, फूल और नैवेद्य अर्पित करें। साथ ही 13 सिक्के चढ़ाकर ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करें। इससे संतान प्राप्ति की मनोकामना पूर्ण होती है।


अपार धन प्राप्ति का उपाय


धन की कामना करने वाले लोग इस दिन शिवलिंग पर सफेद फूल, बेलपत्र, केला, अमरूद और सफेद मिठाई चढ़ाएं। शिवालय में जाकर ‘ॐ नमः शिवाय’ और अन्य शिव मंत्रों का अधिक से अधिक जाप करें। ये उपाय आर्थिक समृद्धि और अपार धन प्राप्ति का मार्ग खोलता है।


प्रेम संबंधों में बढ़ती है प्रगाढ़ता 


अनंग त्रयोदशी प्रेम, विश्वास, और समर्पण का पर्व है। इस दिन किए गए व्रत और पूजा से दाम्पत्य जीवन सुखमय होता है, प्रेम संबंध प्रगाढ़ होते हैं, और संतान, धन, व स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का समाधान होता है। श्रद्धा और विश्वास के साथ इस पर्व को मनाएं और जीवन को खुशहाल बनाएं।


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