दक्षिण भारतीय पुजारी करते हैं कनॉट प्लेस के गणेश मंदिर में पूजा, दर्शन मात्र मनोकामना पूरी होती हैं
अगर आप दिल्ली एनसीआर में रहते हैं और भगवान गणेश के दर्शन को मंदिर जाना चाहते हैं तो हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जो दिल्ली का दिल कहे जाने वाले कनॉट प्लेस यानी कि सीपी में स्थित है। यह मंदिर दिल्ली के सबसे पुराने गणेश मंदिरों में से एक है। इस मंदिर का निर्माण 18वीं शताब्दी में हुआ था। यह मंदिर अपनी ऐतिहासिकता के लिए जाना जाता है। इस मंदिर की स्थापना 31 अक्टूबर, 1952 को वी. शंकर अय्यर द्वारा की गई थी।
बता दें कि यह प्रसिद्ध हनुमान मंदिर के ठीक बगल में है। यह भी काफी प्राचीन मंदिर है। इस मंदिर में भी श्रद्धालु दूर-दूर से पहुंचते हैं। दिल्ली वालों के लिए सबसे खास जगह कनॉट प्लेस ही है। इसलिए तो इसे दिल्ली का दिल कहा जाता है। कनॉट प्लेस में प्रसिद्ध गणेश का यह मंदिर एक छोटा सा मंदिर है। मंदिर के अंदर एक नवग्रह (9 ग्रह) मंदिर भी है। जिसमे दुर्गा, हनुमान और अन्य वैदिक देवताओं के छोटे मंदिरों की भी पूजा की जाती है। यहां गणेश भगवान की एक बड़ी मूर्ति की पूजा दक्षिण भारतीय मूल के पुजारियों द्वारा की जाती है।
मंदिर की विशेषता
इस मंदिर के बारे में बताया जाता है कि यहां सिर्फ दिल्ली के लोग ही नहीं बल्कि दूर शहरों से भी लोग दर्शन के लिए पहुंचते हैं। ऐसी मान्यता है कि यहां गणपति के दर्शन मात्र से ही सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है। भगवान गणेश जी के दर्शन के लिए अगर सबसे अधिक भीड़ किसी मंदिर में उमड़ती है तो वो यही मंदिर है। ये मंदिर बाबा खड़ग सिंह मार्ग पर पालिका सेंटर के पास है। गणेश चतुर्थी पर यहां भगवान गणेश का भव्य पंडाल सजाया जाता है।
हर साल यह उत्सव भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी से प्रारंभ होता है और 10 दिनों तक चलता है। एक समय था जब यह उत्सव विशेष रूप से महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, और गोवा में मनाया जाता था। लेकिन अब यह पूरे विश्व भर में लोकप्रिय हो गया है। लोग उत्सव के पहले दिन भगवान गणेश की स्थापना अपने घरों में करते हैं और अंतिम दिन भगवान गणेश की प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाता है। किसी कारणवश अगर आपने अपने घर पर बप्पा की स्थापना नहीं की है, और आप भगवान गणेश के दर्शन को मंदिर जाना चाहते हैं तो आप बप्पा के इस मंदिर में दर्शन करने अवश्य जाएं। यहां आम दिनों के मुकाबले गणेशोत्सव के दौरान ज्यादा रौनक देखने को मिलती है।
ऐसे पहुंचे मंदिर
मंदिर पहुंचने के लिए आपको ब्लू लाइन या येलो लाइन से राजीव चौक मेट्रो स्टेशन उतरना होगा। स्टेशन से मंदिर को दूरी को पैदल भी तय किया जा सकता है। लेकिन आप चाहें तो ई रिक्शा का सहारा भी ले सकते हैं।
समय - सुबह 5:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक, शाम 4:00 बजे से रात 9:30 बजे