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दिल्ली के प्रीत विहार में गुफा वाला शिव मंदिर स्थित है। यह दिल्ली के प्रमुख मंदिरों में से एक है। यहां सुबह से शाम तक बड़ी संख्या में भक्तों की भीड़ उमरी रहती है। इसमें बच्चों से लेकर बुजुर्गो तक सभी शामिल होते हैं। ऐसी मान्यता है कि यहां भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। दुर्गा पूजा और नवरात्र के अवसर पर यहां विशेष पूजा का आयोजन किया जाता है। इस मंदिर में 140 फुट लंबी गुफा है। इसमें मंदिर निर्माण के समय से ही एक ज्योत जल रही है। इसके अलावा मंदिर में 56 हजार किलोग्राम का एक शिवलिंग स्थापित किया गया, जिसमें 12 ज्योतिर्लिंग हैं। बता दें कि यह 24 फुट चौड़ा और 16 फुट ऊंचा है।
गुफा वाले शिव मंदिर की खासियत है कि यहां केवल दुर्गा माता की मूर्तियां ही नहीं, बल्कि हनुमान जी, गणेश जी और शिव जी की विशाल प्रतिमाएं भी स्थापित हैं। इसे माता वैष्णो देवी गुफा की तर्ज पर बनाया गया है। मंदिर में आने वाले भक्तों का मानना है कि इस स्थान की बड़ी महत्ता है, क्योंकि यहां उनकी सभी इच्छाएं शीघ्र पूरी हो जाती हैं। इस गुफा में माता वैष्णो देवी, महाकाली, महालक्ष्मी, और मां सरस्वती की प्राण प्रतिष्ठा की गई है। यहां से ज्वाला जी से लाया गया एक अखंड ज्योति पिछले 30 वर्ष से निरंतर जल रही है, जो भक्तों के लिए आकर्षण का केंद्र है।
यहां 1987 में बहुत छोटा सा शिव मंदिर हुआ करता था। इसके बाद बाद धीरे-धीरे अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमाएं स्थापित की गईं। 1994 में गुफा का निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ, जो 1996 में समाप्त हुआ। कहा जाता है कि मंदिर के प्रधान रहे विनोद शर्मा एक बार वैष्णो देवी के दर्शन के लिए कटरा गए थे। वहां जाकर उन्हें लगा कि बहुत से ऐसे लोग हैं, जो किसी कारणवश दर्शन के लिए वैष्णो देवी नहीं जा पाते है। ऐसे लोगों के लिए वैष्णो देवी मंदिर की तर्ज पर दिल्ली में एक मंदिर बनाने का विचार उनके मन में आया। इसके बाद गुफा वाला मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हुआ।
यह मंदिर प्रीत विहार के जी ब्लॉक में स्थित है। यहां पहुंचने के लिए आपके पास कई विकल्प हैं। प्रीत विहार का नजदीकी मेट्रो स्टेशन ब्लू लाइन पर स्थित है। यदि आप मेट्रो से यात्रा करना पसंद करते हैं, तो आप सीधे प्रीत विहार मेट्रो स्टेशन पर पहुंच सकते हैं।
समय : सुबह 5 बजे से दोपहर 12 बजे, शाम 5 बजे से रात 9 बजे तक
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