नवीनतम लेख

खरमास के बाद कब शुरू होंगे मांगलिक कार्य

Jan 15 2025

Kharmas 2025: आज खरमास हुआ समाप्त, इस तारीख से फिर शुरू होंगे मांगलिक कार्य


हिंदू धर्म में "खरमास" एक विशेष मास है, जिसे मांगलिक कार्यों को करने के लिए शुभ नहीं माना जाता है। खरमास का समय आम तौर पर दो महीनों के बीच होता है। एक महीना सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने के बाद और दूसरा महीना मकर राशि के अंदर या मकर संक्रांति के बाद होता है। खरमास में, हिंदू पंचांग के अनुसार, विशेष रूप से शुभ कार्यों जैसे कि शादी, गृह प्रवेश, या अन्य उत्सवों को टाला जाता है। इसे इस समय में सूर्य की स्थिति और ग्रहों की चाल के कारण विशेष रूप से असंवेदनशील माना जाता है। यह अवधि करीब 30 दिनों की होती है और इसके दौरान लोग विशेष ध्यान रखते हैं कि किसी भी प्रकार के बड़े कार्यों या नई शुरुआतों से बचें। आपको बता दें, अब खरमास का समापन हो चुका है और जल्द ही मांगलिक कार्य भी आरंभ होने वाले हैं। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में विस्तार से जानते हैं। 


खरमास में मांगलिक कार्य क्यों नहीं किए जाते हैं? 


खरमास के दौरान शादी-विवाह और अन्य मांगलिक कार्य करने से बचा जाता है। इसका कारण यह है कि इस अवधि में सूर्य देव का तेज कम हो जाता है। ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को ग्रहों का राजा माना जाता है और वे पिता का प्रतिनिधित्व करते हैं। जब सूर्य का तेज कम होता है, तो यह माना जाता है कि मांगलिक कार्य करने के लिए अनुकूल समय नहीं है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, किसी भी शुभ कार्य के लिए सूर्य का तेज होना आवश्यक होता है।


खरमास की अवधि कब से कब तक होती है? 


खरमास हिंदू धर्म में एक विशेष अवधि है जो आमतौर पर एक महीने तक चलती है। इस दौरान कई शुभ कार्य जैसे शादियां, गृह प्रवेश आदि करने से मना किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस अवधि में ग्रहों की स्थिति ऐसी होती है कि शुभ कार्यों के लिए अनुकूल नहीं होती है। खरमास तब शुरू होता है जब सूर्य देव धनु या मीन राशि में प्रवेश करते हैं। इन राशियों को गुरु ग्रह बृहस्पति से जोड़ा जाता है और मान्यता है कि सूर्य जब इन राशियों में प्रवेश करते हैं तो गुरु ग्रह का प्रभाव कम हो जाता है, जिसके कारण शुभ कार्य करने से मना किया जाता है।  पिछले वर्ष, 15 दिसंबर 2024 को रात 10 बजकर 19 मिनट पर सूर्य धनु राशि में प्रवेश करने के साथ ही खरमास शुरू हुआ था और अब अब, 14 जनवरी 2025 को सूर्य मकर राशि में गोचर कर चुके हैं और इसी के साथ खरमास का अंत हो चुका है। 


मांगलिक कार्य कब से शुरू हो रहा है? 


14 जनवरी, 2025 को खरमास समाप्त हो चुका है और उसके बाद 16 जनवरी से शादी-विवाह के शुभ मुहूर्त शुरू हो जाएंगे। जनवरी महीने में 10 दिन ऐसे हैं जिनमें शादी करना शुभ होगा। इनमें 16, 19, 20, 21, 23, 24, 26, 27, 29 और 30 तारीख शामिल हैं। साल 2025 में कुल 74 दिन ऐसे हैं जिनमें शादी के लिए शुभ मुहूर्त हैं।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।