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साल 2025 शुरू हो चुका है और नए साल की शुरुआत ज्यादातर लोग मंदिर, गुरुद्वारों में मत्था टेक कर करते हैं। भारत में किसी भी काम की शुरुआत से पहले भगवान का आशीर्वाद लिया जाता है। भारत में कई ऐसे मंदिर हैं जहां साल की शुरुआत में विशेष पूजा-अर्चना और दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। आइए जानते हैं देश के कुछ प्रसिद्ध मंदिरों के बारे में जहां आप दर्शन कर साल की शुरुआत कर सकते हैं।
साल 2025 की शुरूआत आप श्री राम लला के दर्शन करने अयोध्या के राम मंदिर जा सकते हैं। भगवान श्री रामलला की जन्मभूमि अयोध्या में साल 2024 की शुरुआत में हुए प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद से लोग बड़ी संख्या में रामलला का आशीर्वाद लेने पहुंच रहे हैं। बता दें कि मंदिर ट्रस्ट ने 30 दिसंबर से जनवरी के पहले दो हफ्तों के बीच बढ़ती भीड़ को संभालने के लिए व्यापक तैयारी की है। यात्रियों की सुविधा के लिए वस्तुओं को रखने और उनके जूते-चप्पल रखने, पेयजल और चिकित्सा की व्यवस्था है।
पवित्र और धार्मिक नगरी काशी भगवान शिव की प्रिय नगरी है। कहते हैं शादी के बाद भगवान शिव, देवी पार्वती का गौना कराकर पहली बार यहीं आए थे। यहां भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग स्थित है। इस मंदिर को भगवान शिव का साक्षात आशीर्वाद प्राप्त है। यहां आने वाले भक्तों को महादेव ऐश्वर्य प्रदान करते हैं। इस मंदिर के प्रति लोगों में अपार श्रद्धा है। यहां हजारों-लाखों की संख्या में श्रद्धालु शिवलिंग के दर्शन करने आते हैं। आप साल की शुरूआत में यानि जनवरी माह में काशी विश्वनाथ के दर्शन कर सकते हैं।
इस बार नए साल की शुरुआत बुधवार से हुई है। इसलिए साल की शुरुआत में ही भगवान गणेश की महत्ता और भी बढ़ गई है। जयपुर में स्थित मोती डूंगरी गणेश मंदिर और गढ़ गणेश मंदिर है। यह दोनों जयपुर की ही नहीं बल्कि पूरे राजस्थान के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। इन दोनों मंदिरों में पूरे साल भर भक्तों की भीड़ लगी रहती है। नए साल के दिन हजारों लाखों लोग अपनी साल की शुरुआत के लिए इन मंदिरों में जरूर जाते हैं। ऐसे में यदि आप नए साल पर यहां नही जा पाएं है तो साल 2025 के किसी भी महीने में जाकर बप्पा का आशीर्वाद ले सकते हैं।
नव वर्ष की शुरुआत करने के लिए दूर दराज से लाखों श्रद्धालु कृष्ण की नगरी मथुरा पहुंचे। ऐसे में साल 2025 में आप प्रेम मंदिर और श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर के दर्शन भी कर सकते हैं। यहां श्रीकृष्ण के कई मंदिर हैं, लेकिन प्रेम मंदिर एक ऐसा हैं, जहां भगवान श्रीकृष्ण और राधा देवी के दर्शन मात्र से मनुष्य के जीवन का हर क्लेश मिट जाता है और आपसी संबंधों में प्रेम का संचार होता है। इस मंदिर की विशेषता है कि इस मंदिर में प्रवेश करते ही मानसिक शांति का अहसास होता है। इस मंदिर में यदि जोड़े साथ में दर्शन करें तो उनके बीच प्रेम और बढ़ता है और उन्हें भगवान का आशीर्वाद भी मिलता है।
वैष्णो देवी मंदिर भारत के सबसे पवित्र तीर्थ स्थलों में से एक है। साल 2025 में आप माता के दर्शन कर शुभ फल प्राप्त कर सकते हैं। मां वैष्णो देवी के धाम को लेकर भक्तों में गहरी आस्था है। मान्यता है कि यहां सच्चे मन से दर्शन करने मात्र से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और मां के दरबार से कोई भी खाली हाथ नहीं जाता। कटरा से लेकर माता के भवन तक 13 किमी की पैदल यात्रा है और भैरोनाथ के मंदिर तक 14.5 किमी है। माता वैष्णो देवी की यात्रा तभी पूरी होती है, जब मां के दर्शन करने के बाद भैरवनाथ मंदिर के दर्शन किए जाएं।
कैंची धाम में साल की शुरूआत में ही भक्तों का पहुंचना शुरू हो गया है। कैंची धाम उत्तराखंड के नैनीताल शहर के पास स्थित है। नैनीताल से कैंची धाम की दूरी करीब 17 किलोमीटर है। नैनीताल शहर से लोकल सवारी गाड़ी से कैंची धाम पहुंचा सकता है। नीम करोली बाबा ने कैंची धाम नाम का आश्रम स्थापित किया है। जो शांतिपूर्ण आश्रय स्थल बन गया। यहां लोग आंतरिक शांति की तलाश में आते हैं।
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