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अमरनाथ यात्रा 2025 का रजिस्ट्रेशन कैसे करें

Apr 16 2025

Amarnath Yatra 2025: अमरयात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू; जानें पूरा प्रोसेस, 3 जुलाई से होगी यात्रा की शुरुआत


अमरनाथ यात्रा 2025 के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया 15 अप्रैल से शुरू हो गई है। श्रद्धालु इस बार भी ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। रजिस्ट्रेशन शुल्क 220 रुपये निर्धारित की गई है, जबकि ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन देशभर में 600 से ज्यादा बैंक शाखाओं (PNB, SBI, J&K Bank) के माध्यम से किया जा सकता है।

इस वर्ष यह पवित्र यात्रा 3 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त तक चलेगी, यानी कुल 39 दिनों तक श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन कर सकेंगे। यात्रा का आयोजन श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के तहत किया जा रहा है। 

श्राइन बोर्ड ने इस बार ई-केवाईसी, आरएफआईडी कार्ड, ऑन-स्पॉट रजिस्ट्रेशन, मेडिकल जांच जैसी व्यवस्थाओं को ज्यादा मजबूत और तकनीकी रूप से दक्ष बनाने का निर्णय लिया है, ताकि यात्रा सुरक्षित और सुव्यवस्थित तरीके से हो सके। बोर्ड का मानना है कि इस बार यात्रियों की संख्या 6 लाख के पार जा सकती है। इसे ध्यान में रखते हुए जम्मू, श्रीनगर, बालटाल, पहलगाम, नुनवाना और पंथा चौक जैसे प्रमुख स्थानों पर ठहरने और रजिस्ट्रेशन की बेहतर व्यवस्था की जा रही है।


ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया

श्रद्धालु www.shriamarnathjishrine.com वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। लॉगिन करने के बाद ई-केवाईसी, डिजिटल हेल्थ सर्टिफिकेट अपलोड, स्लॉट बुकिंग और आरएफआईडी कार्ड प्राप्त करने की प्रक्रिया पूरी करनी होगी।


जरूरी दस्तावेज

  • वैध पहचान पत्र (जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड)
  • मेडिकल सर्टिफिकेट (चिकित्सा स्वास्थ्य केंद्र द्वारा जारी)
  • पासपोर्ट साइज फोटो


ऑन-स्पॉट रजिस्ट्रेशन केंद्र

जम्मू, श्रीनगर, कटरा, नुनवाना, पंथा चौक, बालटाल और पहलगाम जैसे प्रमुख स्थानों पर ऑन-स्पॉट रजिस्ट्रेशन की सुविधा उपलब्ध है।

बाबा बर्फानी के दर्शन की इस पावन यात्रा के लिए श्रद्धालु पूरी श्रद्धा और तैयारी के साथ जुट गए हैं। उम्मीद है कि प्रशासन की बेहतर व्यवस्था से इस बार की यात्रा और अधिक सुरक्षित तथा सहज हो। 


यात्रा के दो प्रमुख रूट

पहलगाम रूट: यह मार्ग अपेक्षाकृत आसान माना जाता है, हालांकि इसमें तीन दिन का समय लगता है। पहलगाम से यात्रा की शुरुआत होती है, पहला पड़ाव चंदनवाड़ी है जो 16 किलोमीटर दूर है। इसके बाद पिस्सू टॉप, शेषनाग और पंचतरणी होते हुए गुफा तक पहुंचा जाता है। यह रास्ता शारीरिक रूप से कम चुनौतीपूर्ण है, इसलिए अधिकतर श्रद्धालु इसी मार्ग को प्राथमिकता देते हैं।

बालटाल रूट: यह मार्ग केवल 14 किलोमीटर लंबा है, लेकिन खड़ी और कठिन चढ़ाई होने के कारण बुजुर्गों और कमजोर स्वास्थ्य वाले यात्रियों के लिए उपयुक्त नहीं माना जाता। हालांकि, समय की कमी वाले यात्रियों के लिए यह रूट तेज और सुविधाजनक विकल्प है।


रजिस्ट्रेशन के दौरान अनिवार्य मेडिकल जांच

यात्रा पर जाने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए मेडिकल जांच अनिवार्य है। एक श्रद्धालु रोहित ने बताया कि रजिस्ट्रेशन के समय ही उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। उन्होंने अपनी दूसरी अमरनाथ यात्रा को लेकर उत्साह व्यक्त किया।


क्या करें और क्या न करें: श्राइन बोर्ड की गाइडलाइन

क्या करें:

  • यात्रा से एक महीना पहले 4 से 5 किलोमीटर सुबह-शाम पैदल चलने की आदत डालें
  • नियमित योग और प्राणायाम करें ताकि शरीर की ऑक्सीजन क्षमता बढ़े
  • प्रतिदिन कम से कम 5 लीटर पानी या अन्य तरल पदार्थ पिएं
  • थकान और कमजोरी से बचने के लिए ऊर्जा युक्त भोजन करें
  • ऊंचाई से तकलीफ हो तो तुरंत नीचे उतरें
  • हर दो किलोमीटर पर बने मेडिकल सेंटर की सहायता लें


क्या न करें:

  • शराब, धूम्रपान या कैफीन का सेवन न करें
  • ऊंचाई की बीमारी के लक्षणों को नजरअंदाज न करें
  • किसी भ्रम या अफवाह में न आएं

डिसक्लेमर

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