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नववर्ष का ग्रहण बढ़ाएगा इनकी परेशानी

Dec 19 2024

साल 2025 में इस दिन लगेगा पहला ग्रहण, इन राशि के जातकों की बढ़ेगी परेशानी 


साल 2025 में कुल 4 ग्रहण लगेंगे। बता दें कि फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के दिन नए साल का पहला चंद्रग्रहण लग रहा है।  फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि 14 मार्च को है। भारतीय समय के अनुसार यह सुबह 09 बजकर 29 मिनट से लेकर दोपहर 03 बजकर 29 मिनट तक रहेगा। 14 मार्च को लगने वाला यह चंद्र ग्रहण पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा। हालांकि, यह भारत में दृष्टिगोचर नहीं होगा, जिस कारण यहां सूतक भी मान्य नहीं होगा। लेकिन कुछ राशियों पर ग्रहण का प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा तो आइए इस आलेख में विस्तार से जानते हैं।  

तीन राशियों पर पड़ेगा ग्रहण का प्रभाव 


पंचांग के मुताबिक यह ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा, परंतु इसका प्रभाव कुछ राशियों पर हो सकता है। चंद्र ग्रहण के प्रभाव से मुख्य रूप से तीन राशियों की समस्याएं बढ़ सकती हैं। 

1. सिंह राशि:- साल 2025 का पहला चंद्र ग्रहण सिंह राशि के जीवन पर असर डाल सकता है। दरअसल, यह चंद्र ग्रहण सिंह राशि में लगेगा। इसलिए सिंह राशि के जातकों को विशेष रूप से सावधान रहने की जरूरत है। इनके साथ किसी भी तरह का घात-प्रतिघात हो सकता है। इस दौरान इनकी आर्थिक स्थिति पर भी नकारात्मक असर पड़ सकता है। इस दौरान ये धन की बचत नहीं कर पाएंगे। साथ ही इनका मानसिक तनाव भी बढ़ सकता है। जिससे कई परेशानियां उत्पन्न हो सकती हैं।

2. मकर राशि:- चंद्र ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव मकर राशि वालों के जीवन पर भी पड़ेगा। इस दौरान इनका स्वास्थ्य विशेष रूप से प्रभावित हो सकता है। साथ ही करियर या व्यवसाय में भी कई तरह की समस्या उत्पन्न हो सकती है। इसके अलावा  मकर राशि के जातकों को व्यापार या काम से जुड़ी हुई चीजों में भावनात्मक कष्ट और मानसिक चिंता अथवा पीड़ा का अनुभव भी करना पड़ सकता है।

3. मीन राशि:- मीन राशि के जातक भी चंद्र ग्रहण के नकारात्मक परिणामों से नहीं बच पाएंगे। ग्रहण के दौरान इनके जीवन में गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। जिसका असर इनकी निजी जिंदगी पर पड़ेगा। इस दौरान इन्हें  आर्थिक चुनौतियों का भी सामना करना पड़ेगा। जिसके कारण इस राशि के जातकों को काफी संघर्ष करना पड़ सकता है।

कहां दिखाई देगा साल का पहला चंद्र ग्रहण?

 
इस चंद्र ग्रहण को यूरोप, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, प्रशांत महासागर, अटलांटिक महासागर में दिखाई देगा। इसके अलावा अफ्रीका के कुछ हिस्सों एवं एशिया के कुछ हिस्सों और दक्षिणी उत्तरी ध्रुव में भी यह देखा जा सकेगा। जबकि, यह भारत में दिखाई नहीं देगा।  

चंद्र ग्रहण के दौरान क्या ना करें


  • चंद्र ग्रहण के दौरान किसी भी प्रकार का भोजन नहीं बनाएं। राहु के प्रभाव के कारण भोजन दूषित हो जाता है।
  • किसी भी खाद्य सामग्री का सेवन ना करें।
  • मंदिर के कपाट को बंद रखें।
  • इस दौरान पूजा-अर्चना नहीं करें।
  • साथ ही देवी-देवताओं की प्रतिमा को भी स्पर्श करने से बचें।
  • ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं जाना चाहिए।
  • ग्रहण खत्म होने के बाद श्रद्धा अनुसार मंदिर या गरीब लोगों में कपड़े और अनाज का दान करना चाहिए।

चंद्र ग्रहण के दौरान मंत्र जाप क्यों?


चंद्र ग्रहण लगने पर कई प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बहुत बढ़ जाता है। मंत्र का जाप करने से इस नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव कम होता है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। मंत्र जाप के माध्यम से नकारात्मक ऊर्जा से बचाव करने और सकारात्मकत ऊर्जा को बढ़ाने की कोशिश की जाती है।

चंद्र ग्रहण के दौरान कौन से मंत्र का  करें जाप?


  1. ॐ नमः शिवाय: यह सबसे सरल और प्रभावशाली मंत्रों में से एक है। सभी राशियों के लोग इस मंत्र का जाप कर सकते हैं।
  2. ॐ चंद्राय नम: यह मंत्र चंद्रमा के गुण और ऊर्जा को स्वीकार करने और उसकी शांति प्राप्त करने के लिए है।
  3. ॐ श्री सोमाय नम: यह मंत्र विशेष रूप से चंद्र ग्रहण के समय ग्रहण के प्रभाव को कम करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
  4. ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं ॐ स्वाहा: यह मंत्र लक्ष्मी जी को समर्पित है। धन प्राप्ति के लिए इस मंत्र का जाप किया जाता है।
  5. ॐ शीतांशु, विभांशु अमृतांशु नम: यह मंत्र चंद्र देव को समर्पित है। मन की शांति और शीतलता के लिए इस मंत्र का जाप किया जाता है।
  6. ॐ नमः भगवते चंद्राय: चंद्र देवता को सम्मान देने और उनके आशीर्वाद को प्राप्त करने के लिए यह मंत्र उपयोगी होता है।

डिसक्लेमर

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