नवरात्र की नौ दिनों की अवधि में नवदुर्गा की पूजा-अर्चना की जाती है। नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा करने के साथ-साथ कलश स्थापना की जाती है।
मार्गशीर्ष माह भगवान कृष्ण, जगत के पालनहार श्री हरि विष्णु और माता लक्ष्मी को समर्पित होता है। ऐसे में इस माह में जो पूर्णिमा तिथि आती है।
चाहे सावन का कोई विशेष सोमवार हो या शिवरात्रि या फिर कोई अन्य व्रत या त्योहार शिव की विधि पूर्वक की गई पूजा विशेष फलदायी होती है।
मेरे सरकार का,
दीदार बड़ा प्यारा है ।