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वे मनमोनेआ बालक नाथा (Ve Manmoneya Balak Natha)

वे मनमोनेआ बालक नाथा कदों बुलावेंगा,
तेरा शाहतलाईया डेरा, बाबा कादो बुलावेंगा ॥

एक चिमटा बनाया बाबा तेरे नाम दा,
ओह भी धूने विच पाया बाबा तेरे नाम दा ॥

वे मनमोनेआ बालक नाथा कदों बुलावेंगा,
तेरा शाहतलाईया डेरा, बाबा कादो बुलावेंगा ॥

एक चोली बनायी बाबा तेरे नाम दी,
ओह मुंडे विच पायी बाबा तेरे नाम दी ॥

वे मनमोनेआ बालक नाथा कदों बुलावेंगा,
तेरा शाहतलाईया डेरा, बाबा कादो बुलावेंगा ॥

एक सिंघी बनायी बाबा तेरे नाम दी,
ओह वी गले विच पायी बाबा तेरे नाम दी ॥

वे मनमोनेआ बालक नाथा कदों बुलावेंगा,
तेरा शाहतलाईया डेरा, बाबा कादो बुलावेंगा ॥

एक रोट बनाया बाबा तेरे नाम दा,
ओह वी मंदिर चढ़ाया बाबा तेरे नाम दा ॥

वे मनमोनेआ बालक नाथा कदों बुलावेंगा,
तेरा शाहतलाईया डेरा, बाबा कादो बुलावेंगा ॥

वे मनमोनेआ बालक नाथा कदों बुलावेंगा,
तेरा शाहतलाईया डेरा, बाबा कादो बुलावेंगा ॥
गुरु पूर्णिमा की रोचक कथा

वैदिक पंचांग के अनुसार, प्रत्येक माह पूर्णिमा तिथि आती है, और इस दिन व्रत का विधान होता है। हालांकि, आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष में आने वाली पूर्णिमा को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है।

बसंत पंचमी पर किस दिशा में करें पूजा

हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल वर्ष माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी का त्योहार मनाया जाता है। वहीं इस साल बसंत पंचमी 02 फरवरी को मनाया जाएगा।

यशोदा जयंती क्यों मनाते हैं?

यशोदा जयंती भगवान कृष्ण के मंदिरों के साथ ही दुनियाभर में फैले इस्कॉन में भी काफी उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस पर्व को गोकुल में भी धूमधाम से मनाया जाता है।

ऊँचे पर्वत चढ़कर जो, तेरे मंदिर आते हैं (Unche Parvat Chadhkar Jo Tere Mandir Aate Hain)

ऊँचे पर्वत चढ़कर जो,
तेरे मंदिर आते हैं,