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तुम बिन मोरी कौन खबर ले गोवर्धन गिरधारी(Tum Bin Mori Kaun Khabar Le Govardhan Girdhari)

तुम बिन मोरी कौन खबर ले,

गोवर्धन गिरधारी,

तुम बिन मोरी कौन खबर ले,

गोवर्धन गिरधारी ।

भरी सबा में द्रोपदी खाड़ी,

राखो लाज हमारी ।

तुम बिन मोरी कौन खबर ले,

गोवर्धन गिरधारी ॥


मोर मुकट पीताम्भर सोहे,

कुण्डल की छवि न्यारी ।

तुम बिन मोरी कौन खबर ले,

गोवर्धन गिरधारी ॥


मीरा के प्रभु श्याम सूंदर है,

चरण कमल बलिहारी ।

तुम बिन मोरी कौन खबर ले,

गोवर्धन गिरधारी ॥

मैं भी बोलूं राम तुम भी बोलो ना (Main Bhi Bolun Ram Tum Bhi Bolo Na)

मैं भी बोलूं राम तुम भी बोलो ना, राम है अनमोल मुख को खोलो ना ॥

सारी दुनिया में आनंद छायो, कान्हा को जन्मदिन आयो(Sari Duniya Me Aanand Chayo Kanha Ko Janamdin Aayo)

सारी दुनिया में आनंद छायो,
कान्हा को जन्मदिन आयो ॥

भोले के नाम का प्याला पिएंगे: शिव भजन (Bhole Ke Naam Ka Pyala Piyege)

भोले के नाम का प्याला पिएंगे,
भोले के नाम का जप हम करेंगे,

वैकुंठ चतुर्दशी का महत्व

वैकुंठ चतुर्दशी हिंदू धर्म में एक अत्यंत महत्वपूर्ण पर्व है। इसे कार्तिक शुक्ल चतुर्दशी के दिन मनाया जाता है। यह कार्तिक पूर्णिमा के एक दिन पहले आता है और देव दिवाली से भी संबंधित है।

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