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तेरे कितने है मुझपे एहसान, हर घडी़ मैं जपूँ तेरा नाम (Tere Kitne Hai Mujhpe Ehsan Har Ghadi Main Japun Tera Naam)

तेरे कितने है मुझपे एहसान,

हर घडी़ मैं जपूँ तेरा नाम,

श्याम श्याम श्याम बाबा,

श्याम श्याम श्याम ॥


हार के जमाने से मैं,

तेरे दर पे आया था,

सोचा न एक पल तूने,

गले से लगाया था,

संग रहता मेरे हर पल,

सुबह शाम,

हर घडी़ मैं जपूँ तेरा नाम,

श्याम श्याम श्याम बाबा,

श्याम श्याम श्याम ॥


अपना बना के मुझे,

कभी ठुकराना ना,

जी न सकूंगा बाबा,

कभी बिसराना ना,

मेरी धड़कन मेरा जीवन,

तेरे नाम,

हर घडी़ मैं जपूँ तेरा नाम,

श्याम श्याम श्याम बाबा,

श्याम श्याम श्याम ॥


तेरे कितने है मुझपे एहसान,

हर घडी़ मैं जपूँ तेरा नाम,

श्याम श्याम श्याम बाबा,

श्याम श्याम श्याम ॥

स्कंद षष्ठी उपाय

हर माह की शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को स्कंद षष्ठी का व्रत किया जाता है। इस दिन विशेष उपाय करने से जीवन की विभिन्न समस्याओं से मुक्ति मिलती है। आइए जानते हैं कुछ प्रभावी उपाय...

भीष्म द्वादशी पौराणिक कथा

पुराणों के अनुसार महाभारत युद्ध में अर्जुन ने भीष्म पितामह को बाणों की शैय्या पर लिटा दिया था। उस समय सूर्य दक्षिणायन था। तब भीष्म पितामह ने सूर्य के उत्तरायण होने का इंतजार करते हुए माघ मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी के दिन प्राण त्याग दिए थे।

मेष संक्रांति 2025 कब है

हिंदू पंचांग के अनुसार, जब सूर्य एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है, तो उस दिन को संक्रांति कहा जाता है। एक वर्ष में कुल 12 संक्रांति होती हैं, लेकिन इन सभी में मेष संक्रांति का विशेष महत्व है।

कुंभ संक्रांति पूजा-विधि और नियम

जिस तरह सूर्यदेव के मकर राशि में प्रवेश से मकर संक्रांति मनाई जाती है। उसी तरह जिस दिन सूर्यदेव कुंभ राशि में प्रवेश कर सकते हैं, वह दिन कुंभ संक्रांति के नाम से जाना जाता है।