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तेरे कितने है मुझपे एहसान, हर घडी़ मैं जपूँ तेरा नाम (Tere Kitne Hai Mujhpe Ehsan Har Ghadi Main Japun Tera Naam)

तेरे कितने है मुझपे एहसान,

हर घडी़ मैं जपूँ तेरा नाम,

श्याम श्याम श्याम बाबा,

श्याम श्याम श्याम ॥


हार के जमाने से मैं,

तेरे दर पे आया था,

सोचा न एक पल तूने,

गले से लगाया था,

संग रहता मेरे हर पल,

सुबह शाम,

हर घडी़ मैं जपूँ तेरा नाम,

श्याम श्याम श्याम बाबा,

श्याम श्याम श्याम ॥


अपना बना के मुझे,

कभी ठुकराना ना,

जी न सकूंगा बाबा,

कभी बिसराना ना,

मेरी धड़कन मेरा जीवन,

तेरे नाम,

हर घडी़ मैं जपूँ तेरा नाम,

श्याम श्याम श्याम बाबा,

श्याम श्याम श्याम ॥


तेरे कितने है मुझपे एहसान,

हर घडी़ मैं जपूँ तेरा नाम,

श्याम श्याम श्याम बाबा,

श्याम श्याम श्याम ॥

आषाढ़ कृष्ण पक्ष की योगिनी एकादशी (aashaadh krishn paksh ki yogini ekaadashi)

युधिष्ठिर ने कहा कि हे श्री मधुसूदन जी ! ज्येष्ठ शुक्ल की निर्जला एकादशी का माहात्म्य तो मैं सुन चुका अब आगे आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी का क्या नाम है और क्या माहात्म्य है कृपाकर उसको कहने की दया करिये।

वैकुंठ द्वारम, तिरूमाला मंदिर

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हरतालिका तीज 2024: माता पार्वती और भगवान शिव की अनोखी प्रेम कहानी, जानें क्या है पूजा का शुभ मुहूर्त

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भादी मावस है आई(Bhadi Mawas Hain Aai)

भादी मावस है आई,
भक्ता मिल ज्योत जगाई,