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तेरे दर पे मॉ, जिंदगी मिल गई है(Tere Dar Pe Maa Zindagi Mil Gayi Hai)

तेरे दर पे माँ,

जिंदगी मिल गई है,

मुझे दुनिया भर की,

ख़ुशी मिल गई है,

तेरे दर पे माँ,

जिंदगी मिल गई है ॥


जमाने से जो ना मिला,

तुमसे पाया,

भटकता हुआ जब मै,

तेरे दर पे आया,

जो दिल में थी हसरत,

वही मिल गई है,

तेरे दर पे मॉ,

जिंदगी मिल गई है ॥


दुखो का शिकंजा,

कसा जा रहा था,

अंधेरो में जीवन,

फसा जा रहा था,

यही राह फिर से,

सही मिल गई है,

तेरे दर पे मॉ,

जिंदगी मिल गई है ॥


ये चर्चे है तीनो,

जहाँ में तुम्हारे,

अगर कोई दर पे,

झोली पसारे,

कहो चीज क्या जो,

नहीं मिल गई है,

तेरे दर पे मॉ,

जिंदगी मिल गई है ॥


तेरे दर पे मॉ,

जिंदगी मिल गई है,

मुझे दुनिया भर की,

ख़ुशी मिल गई है,

तेरे दर पे मॉ,

जिंदगी मिल गई है ॥

लागी तुम संग यारी मेरे बांके बिहारी (Laagi Tum Sang Yaari Mere Banke Bihari)

लागी तुम संग यारी,
मेरे बांके बिहारी,

खेल पंडा खेल पंडा खेल पंडा रे

खेल पंडा खेल पंडा खेल पंडा रे। (खेल पंडा खेल पंडा खेल पंडा रे।)

प्यारा सजा है तेरा द्वार भवानी (Pyara Saja Hai Tera Dwar Bhawani)

दरबार तेरा दरबारों में इक खास एहमियत रखता है
उसको वैसा मिल जाता है जो जैसी नीयत रखता है

नर्मदा जयंती उपाय

गंगा नदी की तरह ही मां नर्मदा को भी बहुत ही पवित्र और पूजनीय माना गया है। भारत में छोटी-बड़ी 200 से अधिक नदियां हैं, जिसमें पांच बड़ी नदियों में नर्मदा भी एक है। इतना ही नहीं, मान्यता है कि नर्मदा के स्पर्श से ही पाप मिट जाते हैं। इसलिए, प्रतिवर्ष माघ महीने के शुक्ल पक्ष की सप्तमी को नर्मदा जयंती मनाई जाती है।

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