नवीनतम लेख

श्यामा तेरे चरणों की, गर धूल जो मिल जाए - भजन (Shyama Tere Charno Ki, Gar Dhool Jo Mil Jaye)

श्यामा तेरे चरणों की,

राधे तेरे चरणों की,

गर धूल जो मिल जाए ।

सच कहता हूँ मेरी

तकदीर बदल जाए ॥


श्यामा तेरे चरणों की,

राधे तेरे चरणों की


सुनता हूँ तेरी रहमत,

दिन रात बरसती है ।

एक बूँद जो मिल जाए,

दिल की कली खिल जाए ॥


श्यामा तेरे चरणों की,

राधे तेरे चरणों की


यह मन बड़ा चंचल है,

कैसे तेरा भजन करूँ ।

जितना इसे समझाऊं,

उतना ही मचल जाए ॥


श्यामा तेरे चरणों की,

राधे तेरे चरणों की


नजरों से गिराना ना,

चाहे जितनी सजा देना ।

नजरों से जो गिर जाए,

मुश्किल ही संभल पाए ॥


श्यामा तेरे चरणों की,

राधे तेरे चरणों की


श्यामा इस जीवन की

बस एक तमन्ना है ।

तुम सामने हो मेरे और

प्राण निकल जाए ॥


श्यामा तेरे चरणों की,

राधे तेरे चरणों की,

गर धूल जो मिल जाए ।

सच कहता हूँ मेरी

तकदीर बदल जाए ॥

माँ! मुझे तेरी जरूरत है(Maa! Mujhe Teri Jarurat Hai)

माँ ! मुझे तेरी जरूरत है ।
कब डालोगी, मेरे घर फेरा

फाल्गुन शुक्ल आमलकी नाम एकादशी व्रत (Falgun Shukal Aamlaki Naam Ekadashi Vrat)

एक समय अयोध्या नरेश महाराज मान्धाता ने प अपने कुल गुरु महर्षि वसिष्ठ जी से पूछा-भगवन् ! कोई अत्यन्त उत्तम और अनुपम फल देने वाले व्रत के इतिहास का वर्णन कीजिए, जिसके सुनने से मेरा कल्याण हो।

भर दों झोली मेरी गणराजा (Bhar Do Jholi Meri Ganraja)

भर दो झोली मेरी गणराजा,
लौटकर मैं ना जाऊंगा खाली,

जो सुमिरत सिधि होइ (Jo Sumirat Siddhi Hoi)

जो सुमिरत सिधि होइ गन नायक करिबर बदन ॥
करउ अनुग्रह सोइ बुद्धि रासि सुभ गुन सदन ॥ 1 ॥