नवीनतम लेख

श्री राम आएंगे (Shri Ram Aayenge)

श्री राम आएंगे श्री राम आएंगे ॥


पलकें बिछाएंगे,

दीपक जलाएंगे,

दिल से अभिनंदन होगा,

भाव से अभिनंदन होगा,

शहनाई गूंजेंगी और ढोल बजाएंगे,

जब अपने महलों में श्री राम आएंगे ॥


नगर नगर बस्ती को हम रोशन कर देंगे,

जय घोष की गर्जन से अंबर को भर देंगे,

ये भगवा धर्म का झंडा ऊंचा लहराएंगे,

श्री राम आएंगे श्री राम आएंगे ॥


इस नए महल की हो राघव को लाख बधाई,

अब राम की मधुर ध्वनि देंगी दुनिया में सुनाई,

हम राम नाम से ही पहचाने जाएंगे,

श्री राम आएंगे श्री राम आएंगे ॥


कंवल सब झूम रहे मगन सरयू की धारा,

पवन में मस्ती है नाचे गगन पे तारा,

अब राम राज होगा सब मंगल गाएंगे,

अम्बे कहा जाये जगदम्बे कहा जाये: भजन (Ambe Kaha Jaye Jagdambe Kaha Jaye)

अम्बे कहा जाये जगदम्बे कहा जाये,
बोल मेरी मैया तुझे क्या कहा जाये ॥

चंपा षष्ठी मानने के पीछे की वजह

भारत में त्योहारों का विशेष महत्व है। यहां हर दिन किसी न किसी क्षेत्र में कोई पर्व या त्योहार मनाया जाता है। इनमें से कुछ त्योहार न केवल देश में बल्कि विदेशों तक भी प्रचलित होते हैं।

जन्मे अवध रघुरइया हो (Janme Awadh Raghuraiya Ho)

जन्मे अवध रघुरइया हो, सब मंगल मनावो
रूप मे अनूप चारो भइया हो,

क्या कुंवारी लड़कियां भी कर सकती हैं प्रदोष व्रत

प्रदोष व्रत हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण व्रत है जो भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा के लिए समर्पित है। यह व्रत जीवन में सुख-समृद्धि, मनोकामना पूर्ति और कष्टों के निवारण का प्रतीक है। कुंवारी लड़कियों के लिए यह व्रत विशेष रूप से लाभकारी माना है।