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शिव शंकर को जिसने पूजा उसका ही उद्धार हुआ (Shiv Shankar Ko Jisne Pooja)

शिव शंकर को जिसने पूजा,

उसका ही उद्धार हुआ ।

अंत काल को भवसागर में,

उसका बेडा पार हुआ ॥


भोले शंकर की पूजा करो,

ध्यान चरणों में इसके धरो ।

हर हर महादेव शिव शम्भू,

हर हर महादेव शिव शम्भू ।

हर हर महादेव शिव शम्भू...


डमरू वाला है जग में दयालु बड़ा

दीन दुखियों का देता जगत का पिता ॥

सब पे करता है ये भोला शंकर दया

सबको देता है ये आसरा ॥


इन पावन चरणों में अर्पण,

आकर जो इक बार हुआ,

अंतकाल को भवसागर में,

उसका बेडा पार हुआ,

हर हर महादेव शिव शम्भू,

हर हर महादेव शिव शम्भू ।

हर हर महादेव शिव शम्भू...


नाम ऊँचा है सबसे महादेव का,

वंदना इसकी करते है सब देवता ।

इसकी पूजा से वरदान पातें हैं सब,

शक्ति का दान पातें हैं सब।


नाथ असुर प्राणी सब पर ही,

भोले का उपकार हुआ ।

अंत काल को भवसागर में,

उसका बेडा पार हुआ॥


शिव शंकर को जिसने पूजा,

उसका ही उद्धार हुआ ।

अंत काल को भवसागर में,

उसका बेडा पार हुआ ॥


भोले शंकर की पूजा करो,

ध्यान चरणों में इसके धरो ।

हर हर महादेव शिव शम्भू,

हर हर महादेव शिव शम्भू ।

हर हर महादेव शिव शम्भू...

डाल रही वरमाला अब तो जानकी (Daal Rahi Varmala Ab To Janaki)

डाल रही वरमाला अब तो जानकी,
धनुष तोड़ा शिव जी का,

मत्स्य द्वादशी कब है

भगवान विष्णु के 24 अवतारों में से एक मत्स्य अवतार की जयंती के रूप में मनाया जाने वाला मत्स्य द्वादशी पर्व इस साल दिसंबर में मनाया जाएगा। यह पर्व मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को मनाया जाता है ।

कृष्ण कन्हैया बंसी बजैया (Krishna Kanhaiya Bansi Bajaiya)

कृष्ण कन्हैया बंसी बजैया,
नंदलाला घनश्याम रे,

मेरे भोले बाबा जटाधारी शम्भू (Mere Bhole Baba Jatadhari Shambhu)

मेरे भोले बाबा जटाधारी शम्भू,
हे नीलकंठ त्रिपुरारी हे शम्भू ॥