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शिव शंकर का गुणगान करो (Shiv Shankar Ka Gungaan Karo)

ॐ नमः शिवाय

ॐ नमः शिवाय

ॐ नमः शिवाय नमः शिवाय

ॐ नमः शिवाय नमः शिवाय - x2


शिव शंकर का गुणगान करो

शिव भक्ति का रसपान करो

जीवन ज्योतिर्मय हो जाए

ज्योतिर्लिंगो का ध्यान करो

शिव शंकर का गुणगान करो


ॐ नमः शिवाय

ॐ नमः शिवाय

ॐ नमः शिवाय नमः शिवाय

ॐ नमः शिवाय नमः शिवाय - x2


उसने ही जगत बनाया है

कण-कण में वही समाया है

उसने ही जगत बनाया है

कण कण में वही समाया है

दुःख भी सुख सा ही बीतेगा

सिर पर जब शिव का छाया है

बोलो हर हर हर महादेव

हर मुश्किल को आसान करो

शिव शंकर का गुणगान करो


ॐ नमः शिवाय

ॐ नमः शिवाय

ॐ नमः शिवाय नमः शिवाय

ॐ नमः शिवाय नमः शिवाय - x2

ॐ नमः शिवाय


शंकर तो हैं अन्तर्यामी

भक्तो के लिए सखा से हैं

शंकर तो हैं अन्तर्यामी

भक्तों के लिए सखा से हैं

भगवान भाव के भूखे हैं

भगवान प्रेम के प्यासे हैं

मन के मंदिर में इसीलिए

शिव मंदिर का निर्माण करो

शिव शंकर का गुणगान करो

* BhaktiBharat Lyrics


ॐ नमः शिवाय

ॐ नमः शिवाय

ॐ नमः शिवाय नमः शिवाय

ॐ नमः शिवाय नमः शिवाय - x2

ॐ नमः शिवाय


शिव शंकर का गुणगान करो

शिव भक्ति का रसपान करो

जीवन ज्योतिर्मय हो जाए

ज्योतिर्लिंगो का ध्यान करो

शिव शंकर का गुणगान करो


ॐ नमः शिवाय

ॐ नमः शिवाय

ॐ नमः शिवाय नमः शिवाय

ॐ नमः शिवाय नमः शिवाय - x2


प्रदोष व्रत क्यों रखा जाता है?

हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है। दरअसल, यह व्रत देवाधिदेव महादेव शिव को ही समर्पित है। प्रदोष व्रत हर माह में दो बार, शुक्ल और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को किया जाता है।

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