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शरण तेरी आयों बांके बिहारी (Sharan Teri Aayo Banke Bihari)

शरण तेरी आयो बांके बिहारी,

शरण तेरी आयों बांके बिहारी ॥


पल पल में परदा किये जा रहे हो,

पल पल में परदा किये जा रहे हो,

नज़र कब मिलेगी हमारी तुम्हारी,

शरण तेरी आयों बांके बिहारी ॥


चिलमन से बाहर निकलकर के आओ,

चिलमन से बाहर निकलकर के आओ,

बढ़ा क्यों रहे हो बेकरारी,

शरण तेरी आयों बांके बिहारी ॥


दीवानगी ‘पप्पू शर्मा’ की देखो,

दीवानगी ‘पप्पू शर्मा’ की देखो,

जिगर चिर दिखला दे छवि तुम्हारी,

शरण तेरी आयों बांके बिहारी ॥


शरण तेरी आयो बांके बिहारी,

शरण तेरी आयों बांके बिहारी ॥

अगर श्याम सुन्दर का सहारा ना होता (Agar Shyam Sundar Ka Sahara Na Hota)

अगर श्याम सुन्दर का सहारा ना होता,
तो दुनियाँ में कोई हमारा ना होता ।

श्री शनिवार व्रत कथा

एक समय समस्त प्राणियों का हित चाहने वाले मुनियों ने नैमिषारण्य बन में एक सभा की उस समय व्यास जी के शिष्य सूत जी शिष्यों के साथ श्रीहरि का स्मरण करते हुए वहाँ पर आये।

प्रेम रंग से भरी ये ब्रज की होरी लागे (Prem Rang Se Bhari Brij Ki Holi Lage)

गोरी राधिका आई,
रंग भरी वो प्यार के,