नवीनतम लेख

सावन सुहाना आया है(Sawan Suhana Aaya Hai)

सावन सुहाना आया है, सावन,

संदेसा माँ का लाया है, सावन ॥


सावन है सुहाना सुहाना सुहाना,

दर्शन माँ का पाना है पाना है पाना ॥


सावन सुहाना आया है, सावन,

संदेसा माँ का लाया है, सावन,

चिंत पुर्णी के द्वार गूंजती,

जय जयकार,

चिंता पुर्णी के द्वार गूंजती,

जय जयकार,

भक्तो के मन भाया है, सावन,

सावन सुहाना आया है,

संदेसा माँ का लाया है ॥


छम छम बरसाए बारिश,

सावन अलबेला,

माँ के भवन पे लगा,

भक्तो का मेला,

लाल ध्वजा उठाए,

झूमते गाते आए,

दुखड़े मिटाने आया है, सावन,

सावन सुहाना आया हैं, सावन,

संदेसा माँ का लाया है, सावन ॥


झूले पड़े है हर,

आम की डाली,

कन्या का रूप धरे,

माँ शेरावाली,

सखियों को संग में ले,

बगिया में झूला झूले,

झूला झुलाने आया है, सावन,

सावन सुहाना आया हैं, सावन,

संदेसा माँ का लाया है, सावन ॥


सावन में करले ‘सरल’,

मन को पावन,

‘लख्खा’ के संग जाके,

करले माँ के दर्शन,

पाप धूल जाए सारे,

कवळे समझो ये सारे,

किस्मत चमकाने आया है, सावन,

सावन सुहाना आया हैं, सावन,

संदेसा माँ का लाया है, सावन ॥


सावन है सुहाना सुहाना सुहाना,

दर्शन माँ का पाना है पाना है पाना ॥


सावन सुहाना आया है, सावन,

संदेसा माँ का लाया है, सावन,

चिंत पुर्णी के द्वार गूंजती,

जय जयकार,

चिंता पुर्णी के द्वार गूंजती,

जय जयकार,

भक्तो के मन भाया है, सावन,

सावन सुहाना आया हैं,

संदेसा माँ का लाया है ॥

आ गया फागुन मेला (Aa Gaya Falgun Mela)

आ दरश दिखा दे मेरी माँ,
तुझे तेरे लाल बुलाते है,

मासिक शिवरात्रि की पूजा विधि

मासिक शिवरात्रि व्रत काफ़ी शुभ माना जाता है। यह त्योहार हर मास कृष्ण पक्ष के 14वें दिन मनाया जाता है। इस बार यह व्रत शुक्रवार, 29 नवंबर 2024 के दिन मनाई जाएगी। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जो भक्त इस तिथि पर व्रत रखते हैं और पूजा करते हैं, उन्हें सुख-शांति और धन-वैभव का आशीर्वाद प्राप्त होता है। कहा जाता है कि शिव जी की कृपा प्राप्त करने के लिए यह व्रत काफ़ी महत्वपूर्ण है।

दिखाऊं कोनी लाड़लो, नजर लग जाए(Dikhao Koni Ladlo Najar Lag Jaaye)

दिखाऊं कोनी लाड़लो,
नजर लग जाए,

मैं कितना अधम हूँ, ये तुम ही जानो (Main Kitna Adham Hu Ye Tum Hi Jano)

मैं कितना अधम हूँ,
ये तुम ही जानो,

यह भी जाने