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सालासर वाले तुम्हें, आज हम मनाएंगे (Salasar Wale Tumhe Aaj Hum Manayenge)

सालासर वाले तुम्हें,

आज हम मनाएंगे,

महिमा तेरी गाएंगे,

तुझको रिझाएंगे,

सालासर वाले तुम्हे,

आज हम मनाएंगे ॥


जब कभी भी हमको बाबा,

तेरी याद आएगी,

सालासर आएँगे,

तेरी पूजा हम रचाएंगे,

सालासर वाले तुम्हे,

आज हम मनाएंगे ॥


देव तुम निराले हो,

भक्तो के प्यारे हो,

चरणों में तेरे रहेंगे,

दूर नहीं जाएंगे,

सालासर वाले तुम्हे,

आज हम मनाएंगे ॥


तुमने अपने भक्तो की,

बिगड़ी हर बनाई है,

खाली झोली लाए है,

झोली भर ले जाएंगे,

सालासर वाले तुम्हे,

आज हम मनाएंगे ॥


सालासर वाले तुम्हें,

आज हम मनाएंगे,

महिमा तेरी गाएंगे,

तुझको रिझाएंगे,

सालासर वाले तुम्हे,

आज हम मनाएंगे ॥


डाल रही वरमाला अब तो जानकी (Daal Rahi Varmala Ab To Janaki)

डाल रही वरमाला अब तो जानकी,
धनुष तोड़ा शिव जी का,

मां काली की पूजा विधि

मां काली को शक्ति, विनाश और परिवर्तन की प्रतीक हैं। उन्हें दुर्गा का एक रूप माना जाता है और वे दस महाविद्याओं में से एक हैं। मां काली का रूप उग्र और भयानक है, लेकिन वे अपने भक्तों के लिए सुरक्षा प्रदान करती हैं।

श्री ललीता माता चालीसा (Shri Lalita Mata Chalisa)

जयति जयति जय ललिते माता! तव गुण महिमा है विख्याता ।
तू सुन्दरी, त्रिपुरेश्वरी देवी! सुर नर मुनि तेरे पद सेवी।

जय रघुनन्दन, जय सिया राम (Jai Raghunandan Jai Siya Ram Bhajan)

जय रघुनन्दन, जय सिया राम ।
भजमन प्यारे, जय सिया राम ।

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