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सज धज बैठ्या दादीजी, लुन राई वारा (Saj Dhaj Baithya Dadi Ji Lunrai Vara)

सज धज बैठ्या दादीजी,

लुन राई वारा,

निजरा उतारा माँ की,

निजरा उतारा,

निजरा उतारा माँ की,

निजरा उतारा ॥


निरख निरख श्रृंगार मावड़ी,

मंद मंद मुस्कावे,

मंद मंद मुस्कावे,

कदे चुनड़ी कदे चुड़लो,

मेहंदी निरखती जावे,

मेहंदी निरखती जावे,

दर्शन कर दादीजी का,

वारि वारि जावा,

निजरा उतारा माँ की,

निजरा उतारा ॥


नौलख हार गले में चमके,

चुड़लो दम दम दमके,

चुड़लो दम दम दमके,

कमर तागड़ी लड़ली लूमा,

पग पैजनिया खनके,

पग पैजनिया खनके,

‘प्रवीण’ सूरत माँ थारी,

मन में बसावा,

निजरा उतारा माँ की,

निजरा उतारा ॥


सज धज बैठ्या दादीजी,

लुन राई वारा,

निजरा उतारा माँ की,

निजरा उतारा,

निजरा उतारा माँ की,

निजरा उतारा ॥

मेरे घर गणपति जी है आए (Mere Ghar Ganpati Ji Hai Aaye)

मेरे घर गणपति जी है आए,
मेरे घर गणपति जी है आये,

साँवरियो है सेठ, म्हारी राधा जी सेठाणी है(Sanwariyo Hai Seth Mhari Radha Ji Sethani Hai)

साँवरियो है सेठ,
म्हारी राधा जी सेठाणी है,

श्री भगवान जय गंगाधर जी की आरती (Shri Bhagwan Gangadhar Ji Ki Aarti)

ॐ जय गङ्गाधर हर, जय गिरिजाधीशा।
त्वं मां पालय नित्यं, कृपया जगदीशा॥

मारने वाला है भगवान, बचाने वाला है भगवान (Marne Wala Hai Bhagwan Bachane Wala Hai Bhagwan)

श्रद्धा रखो जगत के लोगो,
अपने दीनानाथ में ।

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