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राम कहानी सुनो रे राम कहानी (Ram Kahani Suno Re Ram Kanahi)

श्री राम नवमी, विजय दशमी, सुंदरकांड, रामचरितमानस कथा, हनुमान जन्मोत्सव और अखंड रामायण के पाठ में प्रमुखता से गाये जाने वाला भजन।


राम कहानी सुनो रे राम कहानी ।

कहत सुनत आवे आँखों में पानी ।

श्री राम, जय राम, जय-जय राम ॥


दशरथ के राज दुलारे,

कौशल्या की आँख के तारे ।

वे सूर्य वंश के सूरज,

वे रघुकुल के उज्जयारे ।

राजीव नयन बोलें मधुभरी वाणी।

॥ राम कहानी सुनो रे राम कहानी...॥


शिव धनुष भंग प्रभु करके,

ले आए सीता वर के ।

घर त्याग भये वनवासी,

पित की आज्ञा सर धर के ।

लखन सिया ले संग, छोड़ी रजधानी ।

॥ राम कहानी सुनो रे राम कहानी...॥


खल भेष भिक्षु धर के,

भिक्षा का आग्रह करके ।

उस जनक सुता सीता को,

छल बल से ले गया हर के ।

बड़ा दुःख पावे राजा राम जी की रानी ।

॥ राम कहानी सुनो रे राम कहानी...॥


श्री राम ने मोहे पठायो,

मैं राम दूत बन आयो ।

सीता माँ की सेवा में,

रघुवर को संदेसा लायो ।

और संग लायो,

प्रभु मुद्रिका निसानी ।

॥ राम कहानी सुनो रे राम कहानी...॥


राम कहानी सुनो रे राम कहानी ।

कहत सुनत आवे आँखों में पानी ।

श्री राम, जय राम, जय-जय राम ॥


सात्विक मंत्र क्यों पढ़ने चाहिए?

'मंत्र' का अर्थ है मन को एकाग्र करने और अनावश्यक विचारों से मुक्त करने का एक सरल उपाय। आज की तेज़ भागदौड़ भरी ज़िंदगी में मानसिक शांति प्राप्त करना अत्यंत कठिन हो गया है।

श्री दुर्गा चालीसा

नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी॥
निरंकार है ज्योति तुम्हारी। तिहूं लोक फैली उजियारी॥

अखुरथ संकष्टी चतुर्थी स्त्रोत

पौष माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को अखुरथ संकष्टी चतुर्थी का पर्व मनाया जाता है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा की जाती है।

बेटा बुलाए झट दौड़ी चली आए माँ (Beta Bulaye Jhat Daudi Chali Aaye Maa)

मैं नही जानू पूजा तेरी,
पर तू ना करना मैया देरी,