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राम जी से पूछे जनकपुर की नारी (Ram Ji Se Puche Janakpur Ki Nari)

राम जी से पूछे जनकपुर की नारी,

बता दा बबुआ लोगवा देत कहे गारी,

बता दा बबुआ ॥


तोहरा से पुछु मैं ओ धनुषधारी,

एक भाई गोर काहे एक काहे कारी,

बता दा बबुआ लोगवा देत कहे गारी,

बता दा बबुआ ॥


इ बूढ़ा बाबा के पक्कल पक्कल दाढ़ी,

देखन में पातर खाये भर थारी,

बता दा बबुआ लोगवा देत कहे गारी,

बता दा बबुआ ॥


राजा दशरथ जी कइलन होशियारी,

एकता मरद पर तीन तीन जो नारी,

बता दा बबुआ लोगवा देत कहे गारी,

बता दा बबुआ ॥


कहथिन सनेह लता मन में बिचारिन,

हम सब लगैछी पाहून सर्वो खुशहाली,

बता दा बबुआ लोगवा देत कहे गारी,

बता दा बबुआ ॥


राम जी से पूछे जनकपुर की नारी,

बता दा बबुआ लोगवा देत कहे गारी,

बता दा बबुआ ॥

हनुमानजी कभी मेरे घर भी पधारो (Hanuman Ji Kabhi Mere Ghar Bhi Padharo)

हनुमानजी कभी मेरे घर भी पधारो,
बुद्धि विवेक की बारिश करके,

चलो मन वृन्दावन की ओर (Chalo Mann Vrindavan Ki Aur)

चलो मन वृन्दावन की ओर,
प्रेम का रस जहाँ छलके है,

सज रही मेरी अम्बे मैया - माता भजन (Saj Rahi Meri Ambe Maiya Sunahare Gote Mein)

सज रही मेरी अम्बे मैया, सुनहरी गोटे में ।
सुनहरी गोटे में, सुनहरी गोटे में,

भगवान हनुमान जी की पूजा विधि

हनुमान जी की पूजा में विशेष मंत्रों और नियमों का पालन करना अत्यंत शुभ माना जाता है। पूजन की शुरुआत गणपति वंदना से होती है, जिसके बाद हनुमान जी को स्नान, वस्त्र, आभूषण, सिंदूर, धूप-दीप और प्रसाद अर्पित किया जाता है।

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