नवीनतम लेख

प्रभु सोच लो जग तुम्हे क्या कहेगा (Prabhu Soch Lo Jag Tumhe Kya Kahega)

प्रभु सोच लो जग तुम्हे क्या कहेगा,

अगर तेरा प्रेमी दुखड़े सहेगा,

प्रभु सोचलों जग तुम्हे क्या कहेगा ॥


चर्चे तुम्हारी दातारी के ऐसे,

सदा मौज में हैं प्रभु मेरे जैसे,

मुझको मिला गर उन्हें ना मिलेगा,

प्रभु सोचलों जग तुम्हे क्या कहेगा ॥


देते हो सबको बाबा जो भी आये दर पर,

है ऐसा भरोसा सदा श्याम तुम पर,

दानी सदा ही दानी रहेगा,

प्रभु सोचलों जग तुम्हे क्या कहेगा ॥


सदा हमने सबको ये ही बताया,

तुमने किसी को ना खाली लौटाया,

भक्तों का दाता गर भरोसा डिगेगा,

प्रभु सोचलों जग तुम्हे क्या कहेगा ॥


‘संजय’ पे बरसी जैसे कृपा सब पे बरसे,

कोई ना तेरी कृपा को है तरसे,

‘रोमी’ की अर्ज़ी जो तू ना सुनेगा,

प्रभु सोचलों जग तुम्हे क्या कहेगा ॥


प्रभु सोच लो जग तुम्हे क्या कहेगा,

अगर तेरा प्रेमी दुखड़े सहेगा,

प्रभु सोचलों जग तुम्हे क्या कहेगा ॥


दीदार, करने आया तेरे द्वार (Deedar Karne Aaya Tere Dwar)

कन्हैया का दीदार,
करने आया तेरे द्वार ॥

प्रभु सोच लो जग तुम्हे क्या कहेगा (Prabhu Soch Lo Jag Tumhe Kya Kahega)

प्रभु सोच लो जग तुम्हे क्या कहेगा,
अगर तेरा प्रेमी दुखड़े सहेगा,

रथ सप्तमी व्रत के शुभ मुहूर्त

माघ मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी को रखा जाने वाला रथ सप्तमी व्रत इस साल 4 फरवरी को है। यह व्रत प्रमुख रूप से सूर्य देव को समर्पित है। रथ सप्तमी को अचला सप्तमी के नाम से भी जाना जाता है।

भज मन, राधे, राधे, गोविंदा (Bhaj Man Radhe Govinda)

भज मन, राधे, (राधे) राधे, (राधे) राधे गोविंदा
राधे, (राधे) राधे, (राधे) राधे गोविंदा