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औघड़ बम बम बम,

औघड बम बम बम,

भांग धतूरा पिए हलाहल,

भांग धतूरा पिए हलाहल,

और लगाए दम,

औघड बम बम बम,

औघड बम बम बम ॥


तीन लोक के नाथ कहाओ,

शिव भोले वरदानी तुम,

लाखो पापी तुमने तारे,

दाता बड़े हो दानी तुम,

दास समझकर हमें तार दो,

दास समझकर हमें तार दो,

भोले कम से कम,

औघड बम बम बम,

औघड बम बम बम ॥


भक्तों के रखवाले तुम हो,

तुमको सदा ही पूजा है,

पालनहारा सिवा तुम्हारे,

और ना जग में दूजा है,

नाम तुम्हारा हम रटते हैं,

नाम तुम्हारा हम रटते हैं,

शिव भोले हर दम,

औघड बम बम बम,

औघड बम बम बम ॥


हम मूरख अज्ञान अधम है,

सत्य मार्ग दिखला दो ना,

दास के हृदय में भोले,

ज्ञान की ज्योति जला दो ना,

आस लगाकर हे शिव शंकर,

आस लगाकर हे शिव शंकर,

शरण में आए हम,

औघड बम बम बम,

औघड बम बम बम ॥


औघड़ बम बम बम,

औघड बम बम बम,

भांग धतूरा पिए हलाहल,

भांग धतूरा पिए हलाहल,

और लगाए दम,

औघड बम बम बम,

औघड बम बम बम ॥

मात जवाला कर उजियाला (Maat Jwala Kar Ujiyala)

मात ज्वाला कर उजियाला,
तेरी ज्योत जगाऊँ,

क्या कुंवारी लड़कियां भी कर सकती हैं प्रदोष व्रत

प्रदोष व्रत हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण व्रत है जो भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा के लिए समर्पित है। यह व्रत जीवन में सुख-समृद्धि, मनोकामना पूर्ति और कष्टों के निवारण का प्रतीक है। कुंवारी लड़कियों के लिए यह व्रत विशेष रूप से लाभकारी माना है।

जिस ओर नजर फेरूं दादी, चहुँ ओर नजारा तेरा है(Jis Aur Nazar Ferun Dadi Chahun Aur Nazara Tera Hai)

जिस ओर नजर फेरूं दादी,
चहुँ ओर नजारा तेरा है,

नाग स्तोत्रम् (Nag Stotram)

ब्रह्म लोके च ये सर्पाःशेषनागाः पुरोगमाः।

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