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ओ सांवरे दाता मेरे, तेरा शुक्रिया है (O Sanware Data Mere Tera Shukriya Hai)

मुझे जो भी कुछ मिला है,

तुमने ही सब दिया है,

ओ साँवरे दाता मेरे,

तेरा शुक्रिया है,

ओ सांवरे दाता मेरे,

तेरा शुक्रिया है ॥


मेरी कुछ भी ना औकात थी,

बिगड़ी मेरी हर एक बात थी,

ऐसा मुझपे करम कर दिया,

खुशियों की मुझको सौगात दी,

हर एक विपदा मेरी,

को तुमने हर लिया है,

ओ सांवरे दाता मेरे,

तेरा शुक्रिया है ॥


मेरी हर एक जरुरत प्रभु,

आपने पूरी कर दी प्रभु,

मांगने भी ना मुझको दिया,

पहले ही झोली भर दी प्रभु,

तेरा ही दिया मैंने,

प्रभु खाया और पिया है,

ओ सांवरे दाता मेरे,

तेरा शुक्रिया है ॥


तेरे काबिल कहाँ मैं हरि,

फिर भी तुमने है करुणा करी,

हर जनम बस करते रहे,

‘चित्र विचित्र’ तेरी नौकरी,

हमें वृन्दावन बसा के,

उपकार ये किया है,

ओ सांवरे दाता मेरे,

तेरा शुक्रिया है ॥


मुझे जो भी कुछ मिला है,

तुमने ही सब दिया है,

ओ साँवरे दाता मेरे,

तेरा शुक्रिया है,

ओ सांवरे दाता मेरे,

तेरा शुक्रिया है ॥

आ लौट के आजा हनुमान (Bhajan: Aa Laut Ke Aaja Hanuman)

आ लौट के आजा हनुमान,
तुम्हे श्री राम बुलाते हैं ।

क्या है शनि प्रदोष व्रत

सनातन धर्म में भगवान भोलेनाथ की पूजा-आराधना के लिए प्रदोष व्रत का काफ़ी खास माना गया है। प्रत्येक माह के शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है।

आ रही है पालकी (Aa Rahi Hai Palki)

आ रही है पालकी,
भोलेनाथ शम्भू महाकाल की,

राधिका गोरी से बिरज की छोरी से - बाल लीला (Bal Leela Radhika Gori Se Biraj Ki Chori Se)

राधिका गोरी से बिरज की छोरी से,
मैया करादे मेरो ब्याह