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ओ राही रुक जाना, जहाँ चितचोर बसे, उस राह पे मत जाना (O Rahi Ruk Jana Jaha Chitchor Base Us Raah Pe Mat Jana)

ओ राही रुक जाना,

जहाँ चितचोर बसे,

उस राह पे मत जाना ॥


मोहन बड़ा छलिया है,

मोहन बड़ा छलिया है,

सर पे मोर मुकुट,

हाथों में मुरलिया है,

ओ राहीं रुक जाना,

जहाँ चितचोर बसे,

उस राह पे मत जाना ॥


तेरा धन नहीं लूटेगा,

तेरा धन नहीं लूटेगा,

तिरछी नजरिया से,

तेरे मन को लूटेगा,

ओ राहीं रुक जाना,

जहाँ चितचोर बसे,

उस राह पे मत जाना ॥


सुन ले पछताएगा,

सुन ले पछताएगा,

उसके पास गया,

फिर लौट ना आएगा,

ओ राहीं रुक जाना,

जहाँ चितचोर बसे,

उस राह पे मत जाना ॥


वो मुरली बजाएगा,

वो मुरली बजाएगा,

मीठी मीठी तानों से,

तेरे चित को चुराएगा,

ओ राहीं रुक जाना,

जहाँ चितचोर बसे,

उस राह पे मत जाना ॥


ओ राही रुक जाना,

जहाँ चितचोर बसे,

उस राह पे मत जाना ॥

हर बात को भूलो मगर.. (Har Baat Ko Tum Bhulo Bhale Maa Bap Ko Mat Bhulna)

हर बात को भूलो मगर,
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कई जन्मों से बुला रही हूँ (Kai Janmo Se Bula Rahi Hun)

कई जन्मों से बुला रही हूँ,
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मेरी छोटी सी है नाव(Meri Chhoti Si Hai Naav)

मेरी छोटी सी है नाव,
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