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ओ लागी लागी रे प्रीत, थासु सांवरिया सरकार (O Lagi Lagi Re Preet Thasu Sawariya Sarkar)

ओ लागी लागी रे प्रीत,

थासु सांवरिया सरकार,

बन के दीवानी मैं तो नाचूंगी,

सांवरा होके दीवानी मैं तो नाचूंगी,

ओ लागी लागी रे प्रित,

थासु सांवरिया सरकार ॥


ओ म्हारे मनडे में,

बसग्यो म्हारो श्याम धणी दातार,

थे ही बोलो कइयाँ मैं रह पाउंगी,

सांवरा थे ही बोलो कइयाँ मैं रह पाउंगी,

ओ लागी लागी रे प्रित,

थासु सांवरिया सरकार ॥


ओ थारी बांकी छवि,

निराली भावे म्हाने श्याम,

निजर ना लागे वारि जाउंगी,

सांवरा निजर ना लागे वारि जाउंगी,

ओ लागी लागी रे प्रित,

थासु सांवरिया सरकार ॥


ओ ‘चंचल’ दर्श दीवानी,

हो गई मदन मुरार,

श्याम नाम प्रेम बधाई बाँटूंगी,

सांवरा श्याम नाम प्रेम बधाई बाँटूंगी,

ओ लागी लागी रे प्रित,

थासु सांवरिया सरकार ॥


ओ लागी लागी रे प्रीत,

थासु सांवरिया सरकार,

बन के दीवानी मैं तो नाचूंगी,

सांवरा होके दीवानी मैं तो नाचूंगी,

ओ लागी लागी रे प्रित,

थासु सांवरिया सरकार ॥

गोवर्धन पूजा विधि

गोवर्धन पूजा का त्योहार दिवाली के बाद मनाया जाता है। यह पर्व उस ऐतिहासिक अवसर की याद दिलाता है जब भगवान कृष्ण ने अपने भक्तों को प्रकृति के प्रकोप से बचाने के लिए इंद्र के अहंकार को कुचल दिया था।

कैसे करें एकादशी माता का श्रृंगार?

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सालासर वाले तुम्हें, आज हम मनाएंगे (Salasar Wale Tumhe Aaj Hum Manayenge)

सालासर वाले तुम्हें,
आज हम मनाएंगे,

चैत कृष्ण पापमोचनी एकादशी (Chait Krishna Papamochani Ekadashi)

इतनी कथा सुनकर महाराज युधिष्ठिर बोले हे भगवन् ! आपके श्रीमुख से इन पवित्र कथाओं को सुन मैं कृतकृत्य हो गया।