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नैनो में तेरी ज्योति,

सांसो में तेरा नाम ॥


दोहा – जय बजरंगी,

भक्तो के संगी,

जय हो वीर हनुमान,

तुमको ही पुजू,

तुमको ही ध्याऊँ,

तुम ही मेरे भगवान ॥


नैनो में तेरी ज्योति,

सांसो में तेरा नाम,

महाबली बजरंगी,

मन में है तेरा धाम,

नैनो मे तेरी ज्योति,

सांसो में तेरा नाम ॥


मेरे जीवन की माला में,

तेरे ही नाम के मोती,

भक्ति से तेरी ही हनुमत,

हर भोर मेरी है होती,

तेरी ही दिन रात साधना,

मेरा यही है काम,

नैनो मे तेरी ज्योति,

सांसो में तेरा नाम ॥


पाया है हनुमान तुम्हे,

स्वयं को मैंने खो कर,

झूठे लगे संसार के रिश्ते,

देखा तुम्हारा हो कर,

जोड़ लिया जब नाता तुमसे,

फिर जग से क्या काम,

नैनो मे तेरी ज्योति,

सांसो में तेरा नाम ॥


नैनो मे तेरी ज्योति,

सांसो में तेरा नाम,

महाबली बजरंगी,

मन में है तेरा धाम,

नैनो मे तेरी ज्योति,

सांसो में तेरा नाम ॥

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जगदम्बे भवानी माँ,
तुम कुलदेवी मेरी,

आते हैं हर साल नवराते माता के

हो, चैत महीना और अश्विन में, ओ..
चैत महीना और अश्विन में, आते मां के नवराते।
मुंह मांगा वर उनको मिलता, जो दर पे चलके आते।

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