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मुझे दास बनाकर रख लेना (Mujhe Das Banakar Rakh Lena)

मुझे दास बनाकर रख लेना,

भगवान तू अपने चरणों में,

मुझे दास बनाकर रख लेना,

भगवान तू अपने चरणों में,

भगवान तू अपने चरणों में,

भगवान तू अपने चरणों में,

मुझें दास बनाकर रख लेना,

भगवान तू अपने चरणों में ॥


मैं भला बुरा हूँ तेरा हूँ,

मैं भला बुरा हूँ तेरा हूँ,

तेरे द्वार पे डाला डेरा हूँ,

तेरे द्वार पे डाला डेरा हूँ,

मुझे चाकर जान के रख लेना,

मुझे चाकर जान के रख लेना,

भगवान तू अपने चरणों में,

मुझें दास बनाकर रख लेना,

भगवान तू अपने चरणों में ॥


जब अधम से, अधम को तारा है,

जब अधम से, अधम को तारा है,

उसमे ही नाम हमारा है,

उसमे ही नाम हमारा है,

मुझे भार समझ कर रख लेना,

मुझे भार समझ कर रख लेना,

भगवान तू अपने चरणों में,

मुझें दास बनाकर रख लेना,

भगवान तू अपने चरणों में ॥


मुझे दास बनाकर रख लेना,

भगवान तू अपने चरणों में,

भगवान तू अपने चरणों में,

भगवान तू अपने चरणों में,

मुझें दास बनाकर रख लेना,

भगवान तू अपने चरणों में ॥

काशी नगरी से, आए है शिव शम्भू - भजन (Kashi Nagri Se Aaye Hai Shiv Shambhu)

सुनके भक्तो की पुकार,
होके नंदी पे सवार,

मैया तुमको मनावे तेरे भक्त रे(Maiya Tumko Manave Tere Bhakt Re)

मैया तुमको मनावे तेरे भक्त रे,
तेरे भक्त रे,

बजरंग बलि बाबा तेरी महिमा गाते है (Bajarang Bali Baba Teri Mahima Gaate Hai)

बजरंग बलि बाबा तेरी महिमा गाते है,
नही संग कुछ लाये है, एक भजन सुनाते है,

गुरुवार को केले के पेड़ की पूजा क्यों की जाती है?

हिंदू धर्म में गुरुवार का दिन भगवान विष्णु को समर्पित होता है। इस दिन केले के पेड़ की पूजा का विशेष महत्व है क्योंकि मान्यता है कि इस पेड़ में भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का वास होता है।

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