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म्हारा खाटू वाला श्याम(Mhara Khatu Wala Shyam, Mhara Neele Shyam)

म्हारा खाटू वाला श्याम,

ओ म्हारा लीले वाला श्याम,

सिद्ध श्री शुभ ओपमा थाने,

पावा ढोक प्रणाम जी,

समाचार एक पंच जो थासु,

बहुत जरुरी काम जी,

म्हारा खाटु वाला श्याम,

ओ म्हारा लीले वाला श्याम ॥


घणा मान स्यु लिख्यो आज थारो,

उत्सव एक मनाणो है,

थोड़ो लिख्यो घणो समझोगा,

थाने निश्चय आणो है,

म्हारा खाटु वाला श्याम,

ओ म्हारा लीले वाला श्याम ॥


सगळा साथ मिल घणा चाव स्यु,

नित की मंगल गावे है,

और बात सब ठीक ठाक पर,

थारी याद सतावे है,

म्हारा खाटु वाला श्याम,

ओ म्हारा लीले वाला श्याम ॥


सेवक थारा घणा उनमना,

था बिन बहुत उदास जी,

जी में हो तो करो कलेवा,

आकर म्हारे पास जी,

म्हारा खाटु वाला श्याम,

ओ म्हारा लीले वाला श्याम ॥


भूल चूक सब माफ़ करो,

म्हणे बैगा दर्शन दीजो जी,

दास बिहारी के नैणा में,

हरदम बैठ्या रीझो जी,

म्हारा खाटु वाला श्याम,

ओ म्हारा लीले वाला श्याम ॥


म्हारा खाटू वाला श्याम,

ओ म्हारा लीले वाला श्याम,

सिद्ध श्री शुभ ओपमा थाने,

पावा ढोक प्रणाम जी,

समाचार एक पंच जो थासु,

बहुत जरुरी काम जी,

म्हारा खाटु वाला श्याम,

ओ म्हारा लीले वाला श्याम ॥

नवरात्रि सम्पूर्ण पूजन विधि

नवरात्रि माँ दुर्गा के नौ रूपों की आराधना का पावन पर्व है। भारत के विभिन्न क्षेत्रों में इसे बड़े श्रद्धा और भक्ति भाव से मनाया जाता है। एक वर्ष में चार बार नवरात्र आते हैं—चैत्र, आषाढ़, माघ और शारदीय नवरात्र।

Mann Mein Basakar Teri Murti (मन में बसाकर तेरी मूर्ति)

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पवन पुत्र हनुमान तुम्हारी, अजब अनोखी माया है (Pawan Putra Hanuman Tumhari Ajab Anokhi Maya Hai)

पवन पुत्र हनुमान तुम्हारी,
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कुंभ संक्रांति 2025 कब है

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