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मेरो मॅन लग्यॉ बरसाने मे (Mero Man Lagyo Barsane Mei Jaha Viraje Radharani)

बोलो राधे राधे, बोलो श्यामा श्यामा

बोलो राधे राधे, बोलो श्यामा श्यामा


मेंरो मन लग्यो बरसाने में,

जहाँ विराजे राधा रानी,

मन हट्यो दुनियाँदारी से,

मन हट्यो दुनियाँदारी से,

जहाँ मिले खरा पानी,


मुझे दुनियाँ से नही कोई काम,

मुझे दुनियाँ से नही कोई काम,

मैं तो रतु राधा राधा नाम,

मैं तो रतु राधा राधा नाम,

दर्शन करू सुबह शाम,

दर्शन करू सुबह शाम,

मेंरे मन में विराजे श्याम दीवानी,

जहाँ विराजे राधा रानी,

॥ मेंरो मन लग्यो बरसाने में..॥


मेंरे मन में ना लगे कोई रंग,

मेंरे मन में ना लगे कोई रंग,

मैं तो रहूँ संतान के संग,

मैं तो रहूँ संतान के संग,

मेंरे मन में बढ़त उमंग,

मेंरे मन में बढ़त उमंग,

बरसाना वृीज की राजधानी,

जहाँ विराजे राधा रानी,

॥ मेंरो मन लग्यो बरसाने में..॥


मुझे दुनियाँ से नही लेना देना,

मुझे दुनियाँ से नही लेना देना,

ये जगत है एक सपना,

ये जगत है एक सपना,

यहा कोई नही अपना,

यहा कोई नही अपना,

मेंरी अपनी ब्रषभान दुलारी,

जहाँ विराजे राधा रानी,

॥ मेंरो मन लग्यो बरसाने में..॥


मेंरो मन लग्यो बरसाने में,

जहाँ विराजे राधा रानी,

मेंरो मन लग्यो बरसाने में,

जहाँ विराजे राधा रानी,

मन हट्यो दुनियाँदारी से,

मन हट्यो दुनियाँदारी से,

जहाँ मिले खरा पानी,


॥ मेंरो मन लग्यो बरसाने में..॥

पापंकुशा एकादशी 2024: व्रत की विधि और तिथि, किसकी होती है पूजा

पापांकुशा एकादशी हिंदू पंचांग के अनुसार आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है। यह त्योहार आमतौर पर सितंबर या अक्टूबर में पड़ता है।

डम डम डम डमरू वाला, शिव मेरा भोला भाला (Dam Dam Dam Damru Wala Shiv Mera Bhola Bhala)

डम डम डम डमरू वाला,
शिव मेरा भोला भाला,

शिवलिंग पर रुद्राक्ष चढ़ाने के लाभ

महाशिवरात्रि इस साल बुधवार, 26 फरवरी 2025, के दिन मनाया जाएगा। इस दिन भगवान शिव की पूजा का विशेष विधान है। इस दिन शिवलिंग पर भिन्न-भिन्न प्रकार की वस्तुएं अर्पित की जाती हैं। इन्हीं में से एक है रुद्राक्ष।

चंपा षष्ठी की पूजा विधि

भगवान शिव के योद्धा अवतार को समर्पित चम्पा षष्ठी हर साल मार्गशीर्ष माह के शुक्लपक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है। यह त्योहार मुख्य रुप से महाराष्ट्र और कर्नाटक में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है।