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मेरो कान्हा गुलाब को फूल (Mero Kanha Gulab Ko Phool)

मेरो कान्हा गुलाब को फूल,

किशोरी मेरी कुसुम कली ॥

मेरो कान्हा गुलाब को फूल,

किशोरी मेरी कुसुम कली ॥


कान्हा मेरो नन्द जू को छौना

राधे मेरी बृषभानु लली

किशोरी मेरी कुसुम कली ।


मेरो कान्हा गुलाब को फूल,

किशोरी मेरी कुसुम कली ॥


कान्हा मांगे माखन लौना

राधे भावे मिश्री की डली

किशोरी मेरी कुसुम कली ।


मेरो कान्हा गुलाब को फूल,

किशोरी मेरी कुसुम कली ॥


कान्हा खेले नन्द जो के अंगना

राधे खेले रंगीली गली

किशोरी मेरी कुसुम कली ।


मेरो कान्हा गुलाब को फूल,

किशोरी मेरी कुसुम कली ॥


ब्रिज निधि दर्शन की प्यासी

वो तो भटके गली गली

किशोरी मेरी कुसुम कली ।


मेरो कान्हा गुलाब को फूल,

किशोरी मेरी कुसुम कली ॥

अनंग त्रयोदशी व्रत कथा

चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी को अनंग त्रयोदशी कहा जाता है। अनंग त्रयोदशी व्रत प्रेम और सौंदर्य का प्रतीक माना जाता है।

दीनानाथ मेरी बात, छानी कोणी तेरे से (Dinanath Meri Baat Chani Koni Tere Se)

दीनानाथ मेरी बात, छानी कोणी तेरे से
दीनानाथ मेरी बात, छानी कोणी तेरे से

तेरे दरबार मे मैया खुशी मिलती है (Tere Darbar Mein Maiya Khushi Milti Hai)

तेरी छाया मे, तेरे चरणों मे,
मगन हो बैठूं, तेरे भक्तो मे ॥

गोवर्धन पूजा 2024 तिथि: कब है गोवर्धन पूजा? जानें महत्व, शुरुआत और पौराणिक कथा

दीपोत्सव दिवाली के पांच दिवसीय उत्सव का प्रमुख त्योहार गोवर्धन पूजा हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को आता है।