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मेरी मैया ने ओढ़ी लाल चुनरी (Meri Maiya Ne Odhi Laal Chunari)

मेरी मैया ने ओढ़ी लाल चुनरी,

हीरो मोती जड़ी गोटेदार चुनरी,

हीरो मोती जड़ी गोटेदार चुनरी,

कमाल चुनरी, कमाल चुनरी ॥


झिलमिल सितारों जड़ी,

माँ की चुनरिया,

लश्कारा मारे माँ के,

माथे की बिंदिया,

हीरो मोती जड़ी गोटेदार चुनरी,

हीरो मोती जड़ी गोटेदार चुनरी,

कमाल चुनरी, कमाल चुनरी ॥


लाल चोला माँ का लाल,

फुलों का हार है,

हाथों में चूड़ा लाल,

मेहँदी चटकार है,

लाल रत्नो की पहनी,

है मैया मुंदरी,

हीरो मोती जड़ी गोटेदार चुनरी,

हीरो मोती जड़ी गोटेदार चुनरी,

कमाल चुनरी, कमाल चुनरी ॥


आये नवराते पावन,

शुभ घडी आई,

बच्चो की याद ‘कुंदन’,

माँ को सताई,

बांटने प्यार पर्वत से,

मैया उतरी,

हीरो मोती जड़ी गोटेदार चुनरी,

हीरो मोती जड़ी गोटेदार चुनरी,

कमाल चुनरी, कमाल चुनरी ॥


मेरी मैया ने ओढ़ी लाल चुनरी,

हीरो मोती जड़ी गोटेदार चुनरी,

हीरो मोती जड़ी गोटेदार चुनरी,

कमाल चुनरी, कमाल चुनरी ॥

आरती ललिता माता की (Aarti Lalita Mata Ki)

श्री मातेश्वरी जय त्रिपुरेश्वरी।
राजेश्वरी जय नमो नमः॥

नरसिंह द्वादशी 2025 तिथि और महत्व

फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि के दिन नरसिंह द्वादशी का पर्व मनाया जाता है। इस दिन विष्णु जी के अवतार भगवान नरसिंह भगवान की पूजा करने की परंपरा है।

मंत्र जाप के लाभ

‘मंत्र’ शब्द संस्कृत भाषा से आया है। यहां 'म' का अर्थ है मन और 'त्र' का अर्थ है मुक्ति। मंत्रों का जाप मन की चिंताओं को दूर करने, तनाव और रुकावटों को दूर करने एवं आपको बेहतर तरीके से ध्यान केंद्रित करने में मदद करने का एक सिद्ध तरीका है।

नवरात्रि पूजन सामग्री लिस्ट

नवरात्र की नौ दिनों की अवधि में नवदुर्गा की पूजा-अर्चना की जाती है। नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा करने के साथ-साथ कलश स्थापना की जाती है।