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मेरे साथ रहना श्याम(Mere Sath Rehna Shyam)

बाबा देखो मेरी ओर,

मैं हूँ अति कमजोर,

मेरे साथ रहना,

बाबा देखो मेरी ओर ॥


नैया है भवर में खाये रे हीचकोले,

संभालो पतवार,

मैंने किये लाखों जतन मेरे बाबा,

गया हूँ अब हार,

गया हूं अब हार,

संभालो पतवार,

बाबा देखो मेरी ओर,

मैं हूँ अति कमजोर,

मेरें साथ रहना,

बाबा देखो मेरी ओर ॥


तू ही मेरा मालिक तू ही है एक साथी,

सिखाया है यही,

तू ही गर रूठे तो जाएंगे कहाँ ये,

बताया ही नहीं,

बताया ही नहीं,

सिखाया ही नहीं,

बाबा देखो मेरी ओर,

मैं हूँ अति कमजोर,

मेरें साथ रहना,

बाबा देखो मेरी ओर ॥


जग का सताया तूने ही अपनाया,

तुम्हीं से मेरी आस,

चाहे आधी रातो में तुझको बुलाऊ,

आएगा मेरे पास,

आएगा मेरे पास,

है पूरा विश्वास,

बाबा देखो मेरी ओर,

मैं हूँ अति कमजोर,

मेरें साथ रहना,

बाबा देखो मेरी ओर ॥


तुझसे ना छानी ‘सचिन’ की कहानी,

तू जाने सारी बात,

तेरे आगे बाबा समर्पण मेरा,

उठाऊं दोनो हाथ,

उठाऊं दोनो हाथ,

संभालो दीनानाथ,

बाबा देखो मेरी ओर,

मैं हूँ अति कमजोर,

मेरें साथ रहना,

बाबा देखो मेरी ओर ॥


बाबा देखो मेरी ओर,

मैं हूँ अति कमजोर,

मेरे साथ रहना,

बाबा देखो मेरी ओर ॥


शिव के रूप में आप विराजें, भोला शंकर नाथ जी (Shiv Ke Roop Mein Aap Viraje Bhola Shankar Nath Ji)

शिव के रूप में आप विराजे,
भोला शंकर नाथ जी ॥

आरती श्री जानकीनाथ जी की (Aarti Shri Jankinath Ji Ki)

ॐ जय जानकीनाथा, प्रभु! जय श्रीरघुनाथा।
दोउ कर जोरें बिनवौं, प्रभु! सुनियेबाता॥

तुलसा कर आई चारों धाम (Tulsa Kar Aai Chaaron Dham)

तुलसा कर आई चारों धाम,
जाने कहां लेगी विश्राम ।

माघ माह में स्नान का क्या है धार्मिक महत्व

माघ का महीना हिंदू धर्म में पवित्र महीनों में से एक माना जाता है। इस महीने में स्नान करने का विशेष महत्व है, जिसे माघ स्नान कहते हैं। मान्यता है कि माघ महीने में देवता पृथ्वी पर आते हैं और पवित्र नदियों में स्नान करते हैं।

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