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मेरा भोला बड़ा मतवाला (Mera Bhola Bada Matwala)

मेरा भोला बड़ा मतवाला,

सोहे गले बीच सर्पों की माला ॥


माथे चन्दा सुहाए,

जटा गंगा बहाये,

कमर बांधे हुए मृगछाला,

मेरा भोला बडा मतवाला ॥


खाते भंगिया धतूर,

करें नशा भरपूर,

समुद्र मंथन का विष पीने वाला,

मेरा भोला बडा मतवाला ॥


रहे परबत कैलाश,

गौरा मइया के साथ,

गोद में बैठे गणपति लाला,

मेरा भोला बडा मतवाला ॥


मेरा भोला बड़ा मतवाला,

सोहे गले बीच सर्पों की माला ॥


क्यों मनाई जाती है गणाधिप संकष्टी चतुर्थी, जानें इस दिन का महत्व

हर महीने की चतुर्थी तिथि भगवान गणेश को समर्पित होती है, लेकिन मार्गशीर्ष मास की चतुर्थी तिथि को विशेष रूप से गणाधिप संकष्टी चतुर्थी के रूप में मनाई जाती है।

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रास कुन्जन में ठहरायो,
रास मधुबन में ठररायो,

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मेरे कंठ बसो महारानी,
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श्रीमन नारायण नाम संकीर्तन (Sriman Narayan Nama Sankirtan)

श्रीमन्नारायण नारायण नारायण नारायण ।टेक।
लक्ष्मीनारायण नारायण नारायण नारायण

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